दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए सुबह 8 बजे से वोटिंग शुरू हो गई है. मतदान केंद्र के बाहर मतदाताओं की लंबी कतार देखने को मिल रही है. वहीं दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग शातिपूर्ण तरीके हो इसके लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. जानकारी के मुताबिक इस पूरी प्रक्रिया को शांतिपूर्ण तरीके से करवाने के लिए करीब 125 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं. ऐसे में सबकी निगाहें अब इसी चीज पर टिकी हुई हैं कि क्या आजादी के बाद दिल्ली में सबसे ज्यादा वोट डाले जाने का नया रिकॉर्ड बहन पाएगा.
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मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो आजादी के बाद दिल्ली में रिकॉर्ड वोटिंग 71.3 फीसदी हुई थी जो 1977 में दर्ज की गई थी. इसके बाद इतनी ज्यादा वोटिंग कभी नहीं हुई. वहीं 2015 में 67. फीसदी वोटिंग दर्ज की गई थी. ऐसे में दिल्ली चुनाव आयोग को इसी बात की उम्मीद है कि कम से कम 2015 का रिकॉर्ड ही तोड़ा जा सके. इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
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वहीं इस मामले में जानकारों का कहना है कि दिल्ली में वोटिंग प्रतिशत बढ़ने में दिक्कत ये भी है कि असल में यहां 1 करोड़ 47 लाख 86 हजार मतादात है लेकिन इनमें से 12 लाख ऐसे हैं जिनका कुछ अता पता ही नहीं है. ऐसे में एक तरह से देखा जाए तो शनिवार को 1 कोरड़ 35 लाख वोटरों की ही वोटिंग होगी. बता दें, अभी तक कई नेता वोट डाल चुके हैं वहीं मतदान केंद्रों पर भी लोगों की लंबी कतारे लगी हुई हैं. वहीं सुबह 9 बजे 0.74 वोटिंग दर्ज की गई है.
Source : News Nation Bureau