70 सीटों वाली दिल्ली विधानसभा के लिए 8 फरवरी को इलेक्शन होने हैं. इस चुनाव में जहां दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पार्टी को अपनी सरकार बचाने की चुनौती होगी बल्कि दिल्ली में बीजेपी के वार से बचने की भी चुनौती होगी. दिल्ली छावनी (कैंट) नई दिल्ली जिले का हिस्सा है. सैन्य छावनी के लिए मशहूर यह इलाका नई दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा भी है. इस बार पालम विधानसभा सीट पर बीजेपी से Manish Singh, आम आदमी पार्टी से Virendra Singh Kadian और कांग्रेस से Sandeep Tanwar के बीच कड़ी टक्कर है.
इस विधानसभा क्षेत्र के लिए पहली बार 1951 में चुनाव कराए गए थे जिसमें कांग्रेस पार्टी के राघवेंद्र सिंह ने बाजी मारी थी. इस विधानसभा सीट को कांग्रेस और भाजपा ने क्रमशा 4-4 बार जीता है. वर्तमान में यहां से आम आदमी पार्टी के सुरेंदर सिंह विधायक हैं. सुरेंदर सिंह यहां से लगातार दूसरी बार विधायक बने हैं. 1914 में इस क्षेत्र में सेना की छावनी लगाई गई. सेना का मुख्यालय होने के कारण इस क्षेत्र को ही दिल्ली कैंट के नाम से पहचान मिल गई. दिल्ली कैंट और अहमदाबाद कैंट को एक साथ अंग्रेजों ने ही बसाया था. इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में सैन्य संस्थान और सैनिक स्कूल होने के साथ साथ सेना के अधिकारियों के निवास भी हैं.
विधायक
इस समय यहां आम आदमी पार्टी का कब्जा है. आप के सुरेन्दर सिंह दिल्ली कैंटोनमेंट से विधायक हैं. वह दिल्ली कैंटोनमेंट विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. आम आदमी पार्टी के दिग्गज नेताओं में शुमार सुरेंद्र सिंह का जन्म 05 जनवरी 1978 को हरियाणा के झज्जर जिले में हुआ था. उनके पिता शेर सिंह पेशे से मजबूत किसान थे. सुरेंद्र सिंह बचपन से ही पढ़ाई के मामले में तेज रहे और स्नातक के बाद परास्नातक की डिग्री हासिल की. इस दौरान उन्होंने भारतीय सेना में लंबे समय तक रहते हुए देश की रक्षा में सेवा दी.
विधानसभा चुनाव 2015 में आम आदमी पार्टी ने मारी बाजी
2015 के चुनाव में इस सीट पर आम आदमी पार्टी ने कब्जा जमाया. वर्तमान आप विधायक सुरेन्दर सिंह ने बीजेपी के उम्मीदवार करण सिंह तंवर को 11198 वोटों के अंतर से हराया था. सुरेन्दर सिंह को कुल 40133 वोट मिले थे.
कुल मतदाताओं की संख्या 132233
2015 के विधानसभा चुनाव के मुताबिक दिल्ली कैंटोनमेंट विधानसभा में मतदाताओं की कुल संख्या 132233 है. यहां कुल 78031 पुरुष मतदाता हैं जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 54191 हैं.
बीजेपी फिर देगी चुनौती
इस सीट पर पिछली बार बीजेपी के उम्मीदवार सतप्रकाश राणा हार गए थें लेकिन बीजेपी एक बार फिर इस सीट पर एक बार कब्जा जमाने की कोशिश करेगी.
दिल्ली में 8 फरवरी को होंगे विधानसभा चुनाव
दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों पर 8 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और 11 फरवरी को नतीजे आएंगे. पिछले विधानसभा चुनाव में दिल्ली की 70 में से 67 सीटों पर आम आदमी पार्टी की जीत हुई थी. बीजेपी को सिर्फ तीन सीटें ही मिलीं थीं, जबकि कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था.