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दार्जिलिंग विधानसभा सीट से TMC कोसो दूर, GOJAM का है गढ़

दार्जिलिंग विधानसभा सीट दार्जिलिंग के अंतर्गत आती है. इस संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं राजू सिंह बिष्‍ट, जो भारतीय जनता पार्टी से हैं. उन्होंने ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेसके अमर सिंह राय को 413443 से हराया था. 

Updated on: 07 Mar 2021, 07:08 PM

highlights

  • दार्जिलिंग विधानसभा सीट दार्जिलिंग के अंतर्गत आती है.
  • दार्जिलिंग विधानसभा सीट पश्चिम बंगाल की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है.
  • साल 2016 में दार्जिलिंग में कुल 67 प्रतिशत वोट पड़े.

दार्जिलिंग:

पश्चिम बंगाल में इस बार सरकार बनाने के लिए टीएमसी और बीजेपी में सियासी लड़ाई मानी जा रही है. माना जा रहा है कि बीजेपी इस बार सत्ताआसीन सीएम ममता बनर्जी की टीएमसी को कड़ी टक्कर दे रही है. वहीं, दार्जिलिंग विधानसभा सीट पश्चिम बंगाल की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है, जहां 2016 में GOJAM ने जीत दर्ज की थी. इस बार दार्जिलिंग विधानसभा सीट के परिणाम किस पार्टी के पक्ष में होंगे, यह जनता को तय करना है. दार्जिलिंग विधानसभा सीट पश्चिम बंगालके दार्जिलिंग जिले में आती है. साल 2016 में दार्जिलिंग में कुल 67 प्रतिशत वोट पड़े. 2016 में GOJAM से अमर सिंह राय ने ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के सरदा राय सुब्बा को 49913 वोटों के मार्जिन से हराया था.

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दार्जिलिंग विधानसभा सीट दार्जिलिंग के अंतर्गत आती है. इस संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं राजू सिंह बिष्‍ट, जो भारतीय जनता पार्टी से हैं. उन्होंने ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के अमर सिंह राय को 413443 से हराया था. 

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साल 2011 में भी सत्ताधारी टीएमसी के लिए हालात कुछ खास जुदा नहीं थे. तब टीएमसी दार्जिलिंग जिले में एक सीट ही जीत सकी थी. दार्जिलिंग जिले की सिलीगुड़ी विधानसभा सीट से टीएमसी के उम्मीदवार विजयी रहे थे. जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार और कूचबिहार जिले की 21 में से सत्ताधारी पार्टी 7 ही सीटें जीत पाई थी.

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टीएमसी (TMC) उत्तर दिनाजपुर की 9 में से दो सीटें ही जीत सकी थी. हालांकि, दक्षिण दिनाजपुर में सत्ताधारी दल का प्रदर्शन काफी बेहतर रहा था और पार्टी ने 6 में से 5 सीटें जीती थीं. टीएमसी 2011 में 54 में से महज 16 सीटें ही जीत सकी थी.

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