/newsnation/media/post_attachments/images/2018/11/28/madhya-pradesh-candidate-54.jpg)
मध्य प्रदेश का रण( Photo Credit : File Photo)
मध्य प्रदेश में BJP पिछले 15 सालों से सत्ता में है. कांग्रेस अपने इस वनवास को खत्म करने के लिए जीतोड़ मेहनत की है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 27 सभाएं और दो रोड शो किए. राहुल ने महाकाल, दतिया के पीतांबरा पीठ के दर्शन के जरिए हिंदू वोटों को सहेजने की भी कोशिश की. वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने 87, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 83 सभाएं और 12 रोड शो किए.
वैसे तो पांचों राज्यों (Assembly Election 2018) में मतगणना (Counting) 11 दिसंबर (election result) को होगी. छत्तीसगढ़ (exit poll chhattisgarh 2018) और मध्य प्रदेश ( mp exit poll 2018) में चुनाव हो चुके हैं. राजस्थान (Rajsthan exit poll 2018) और तेलंगाना में 7 दिसंबर को वोटिंग होगी. इसी दिन शाम 5 बजे से एग्जिट पोल (exit poll 2018) भी आने लगेंगे. कुछ हद तक पांचो राज्यों (exit poll) में किसकी सरकार बनेगी इसका मोटा मोटा अनुमान लग जायेगा.
चौथी बार सरकार बनाने के लिए BJP ने भी बहाया पसीना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10, अमित शाह ने 23 सभाएं और 6 रोड शो किए.ग्वालियर प्रवास के दौरान उन्होंने मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारा में भी मत्था टेका.मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 154 सभाएं और करीब एक दर्जन रोड शो किए. शाह ने महाकाल, मैहर सहित कई मंदिरों में पूजा की.
मालवा-निमाड़ के हाथों में सत्ता की चाबी
मालवा-निमाड़ और मध्य भारत की 105 सीटें हैं. अगर यहां वोट स्विंग होता है, तो BJP को चौथी बार सरकार बनाने में मुश्किल हो सकती है. लगातार तीन चुनावों से यहां बढ़त बनाकर BJP सरकार बनाते आ रही है.
यह भी पढ़ेंः मध्य प्रदेश की VIP सीटों का जानें क्या है हाल, कौन किसके खिलाफ ठोंक रहा है ताल
2013 में मालवा-निमाड़ की 66 सीटों में से बीजेपी को 56 और कांग्रेस को नौ सीटें मिली थीं और अन्य के खाते में एक सीट गई थी. वहीं, मध्य भारत की 39 में से बीजेपी को 32, कांग्रेस को छह और अन्य को एक सीट मिली थी. मालवा-निमाड़ में बीजेपी अगर 50 से कम सीटें लाती है, तो उसकी सरकार बनाने की संभावनाएं कमजोर हो जाएंगी. कांग्रेस उसे 45 या उससे कम पर रोकने में सफल रही तो 15 साल बाद फिर सत्ता में आ सकती है.
जानिए MP के इन 5 विधायकों को जिनकी दौलत सबसे ज्यादा बढ़ी, आम जनता की बस इतनी ..
1998 के विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मालवा-निमाड़ से 47 सीट जीतकर सरकार बनाई थी. तब कांग्रेस को 50% वोट मिले थे. बीजेपी 44% वोट शेयर पाने के बाद भी 16 सीटें ही जीत पाई थी. 2003 में बीजेपी ने 51 सीटें जीती थीं. मुख्यमंत्री उमा भारती के नेतृत्व पार्टी ने जीत दर्ज की थी. कांग्रेस की दिग्विजय सिंह सरकार को एंटीइंकम्बेंसी का सामना करना पड़ा था. पार्टी को सिर्फ 12 सीटें ही मिली थीं. 2008 में कांग्रेस को 24 सीटें जीतीं. वहीं, बीजेपी के खाते में 41 सीटें गई थीं. बीजेपी एक बार फिर सरकार बनाने में कामयाब रही.
आप और सपाक्स का पहला चुनाव
बीजेपी सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि कांग्रेस ने एक सीट अपने साझेदार लोकतांत्रिक जनता दल को छोड़कर 229 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं. आम आदमी पार्टी और सपाक्स ऐसी पार्टियां हैं, जो प्रदेश में पहली बार चुनावी मैदान में हैं. आप 207 सीटों, सपाक्स 109, बसपा 227, गोंगपा 73 और सपा 52 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
इन सीटों पर मुकाबला अहम
- बुधनी : शिवराज सिंह (बीजेपी) vs अरुण यादव (कांग्रेस): शिवराज यहां से पांचवीं बार चुनाव लड़ रहे हैं. अरुण पूर्व उप मुख्यमंत्री सुभाष यादव के बड़े बेटे हैं. यह उनका पहला विधानसभा चुनाव है. पहले सांसद रह चुके हैं.
- होशंगाबाद: सीतासरन शर्मा (बीजेपी) vs सरताज सिंह (कांग्रेस). सरताज के कांग्रेस में शामिल होने पर यह सीट बीजेपी के लिए काफी अहम हो गई है.
- इंदौर 3: आकाश विजयवर्गीय (बीजेपी) vs उषा ठाकुर (कांग्रेस). आकाश, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे हैं.
- भोजपुर: सुरेंद्र पटवा (बीजेपी) vs सुरेश पचौरी (कांग्रेस). पिछले चुनाव में पचौरी को पटवा ने 20,149 वोट से हराया था.
- चाचौड़ा : ममता मीणा (बीजेपी) vs लक्ष्मण सिंह (कांग्रेस). लक्ष्मण सिंह पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई हैं.
- विजयराघवगढ़: संजय पाठक (बीजेपी) vs (पद्मा शुक्ला). पाठक कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए है. पाठक सबसे अमीर उम्मीदवार हैं. वहीं, पद्मा ने पिछले दिनों बीजेपी छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ली है.
सीट |
बीजेपी प्रत्याशी |
कांग्रेस प्रत्याशी |
बुधनी |
शिवराज सिंह |
अरुण यादव |
शिवपुरी |
यशोधरा राजे |
सिद्धार्थ लढा |
भितरवार |
अनूप मिश्रा |
लाखन सिंह |
राघोगढ़ |
भूपेंद्र सिंह |
जयवर्धन सिंह |
होशंगाबाद |
सीताशरण शर्मा |
सरताज सिंह |
गोविंदपुरा |
कृष्णा गौर |
गिरीश शर्मा |
रहली |
गोपाल भार्गव |
कमलेश साहू |
नरसिंहपुर |
जालम सिंह पटेल |
लाखन सिंह पटेल |
पाटन |
अजय विश्नोई |
नीलेश अवस्थी |
भोपाल दक्षिण- पश्चिम |
उमाशंकर गुप्ता |
पीसी शर्मा |
दमोह |
जयंत मलैया |
राहुल सिंह लोधी |
नरेला |
विश्वास सारंग |
महेंद्र सिंह चौहान |
दतिया |
नरोत्तम मिश्रा |
राजेन्द्र भारती |
बुरहानपुर |
अर्चना चिटनिस |
रवींद्र महाजन |
बालाघाट |
गौरीशंकर बिसेन |
विश्वेसर भगत |
ग्वालियर |
जयभान सिंह पवैया |
प्रदुयम सिंह |
पवई |
प्रहलाद लोधी |
मुकेश नायक |
रीवा |
राजेंद्र शुक्ला |
अभय मिश्रा |
भोजपुर |
सुरेंद्र पटवा |
सुरेश पचौरी |
हाटपिपल्या |
दीपक जौशी |
मनोज चौधरी |
चुरहट |
सतेंदु तिवारी |
अजय सिंह |
Source : News Nation Bureau