छत्तीसगढ़ में सरकार बदलते ही मंत्रियों की गाड़ियां भी बदल गई है. शासन की तरफ से नए मंत्रियों के लिए 12 सफारी स्टोरमे खरीदी गई है. वहीं मुख्यमंत्री के कारकेड में भी नई गाड़ियां शामिल हो सकती है. लेकिन फिलहाल नई सरकार के नए मंत्रियों के लिए चमचमाती गाड़ियों की चाबी मंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही सौंप दी जाएगी. प्रदेश में परिवर्तन के नाम पर सरकार बदलते ही और कई सारे परिवर्तन शुरू हो गए है.
सरकार बनते ही 10 दिनों के अंदर किसानों को कर्ज माफ करने का वादा करके सत्ता में वापसी करने वाली कांग्रेस सरकार में भले ही अभी मुख्यमंत्री कौन होगा ये तय नहीं हो पाया हो. लेकिन उसके वादों को जल्द से जल्द पूरा करने की कवायद शुरू हो गई है.
कांग्रेस की जीत से उत्साहित नए मंत्री जनता के कामों को जल्द से जल्द पूरा कर सके इसके लिए नई गाड़ियों को खरीदा गया है. राजधानी के कालीबाड़ी स्थित स्टेट गैरेज में सभी नई गाड़ियां पहुंच चुकी है. जो कि शपथ ग्रहण के बाद मंत्रियों को दी जाएगी.
दरअसल, विधानसभा चुनाव में जीत कर विधायक से मंत्री बने राजनेता शपथ ग्रहण में अपनी गाड़ियों से आते हैं. शपथ ग्रहण करने के बाद उन्हें सरकारी गाड़ियां मुहैया कराई जाती हैं, जहां से वह निजी नहीं, बल्कि सरकारी गाड़ी में अपने निवास के लिए रवाना होते हैं. इसे लेकर स्टेज गैरेज में तैयारी की जा रही है.
इधर सभी पूर्व मंत्रियों से उनकी गाड़ियां वापस ले ली गयी है. ये सभी गाड़ियां 2 से तीन साल पुरानी है, जिनकी साज-सज्जा की जा रही है. सर्विंसिंग के साथ-साथ रंग रोगन कर सजाया जा रहा है.
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अफसरों के मुताबिक इस साल 12 टाटा सफारी गाड़ी खरीदने के प्रस्ताव को बहुत पहले मंजूरी मिल गई थी, लेकिन विधानसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू हो गई थी, जिसकी वजह से खरीदी नहीं हो सकी थी.
आचार संहिता खत्म होने के बाद बुधवार को 12 गाड़ियां खरीदने की प्रक्रिया पूरी की गई, जिसके बाद कंपनी ने तत्काल डिलीवरी की. अब इन गाड़ियों का इस्तेमाल कांग्रेस पार्टी की नई सरकार के मंत्री करेंगे.
बता दें कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी की कुर्सी खिसका कर कांग्रेस ने 15 साल बाद सत्ता में वापसी होने जा रही है. कांग्रेस ने बीजेपी को हराकर दो-तिहाई सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल की. पार्टी ने 68 सीटों पर जीत दर्ज की है. जबकि बीजेपी ने सिर्फ 15 सीटें हासिल की. भूपेश बघेल, त्रिभुनेश्वर शरण सिंहदेव,चरण दास महंत को लेकर सस्पेंस बरकरार है. इस दौड़ में भूपेश बघेल का नाम सबसे आगे है.
Source : News Nation Bureau