छत्तीसगढ़ के दो नक्सल प्रभावित जिलों बस्तर और राजनंदगांव में मतदान सोमवार को होगा. राज्य के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र के सात जिले कांकेर, कोंडागांव, बस्तर, नारायणपुर, बीजापुर, दंतेवाड़ा, सुकमा और राजनांदगांव के 18 विधानसभा सीटों पर सोमवार को मतदान होना है. नक्सल प्रभावित बस्तर के 20.4 लाख वोटर्स ने इस बार उम्मीदवारों पर विश्वास जताएंगे. ये वोटर्स सेकंड फेज के 20 नवंबर को होने वाले चुनाव में वोट डालेंगे.
अधिकारियों ने बताया कि 10 विधानसभा क्षेत्रों मोहला मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, केसकाल, कांकेर, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा विधानसभा क्षेत्रों में सुबह सात बजे से दोपहर बाद तीन बजे तक मतदान होगा. वहीं खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट में सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होगा.
छत्तीसगढ़ में हो रहे विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के लिए मतदान दलों को सुरक्षित पहुंचाना और शांतिपूर्वक चुनाव संपन्न कराना सुरक्षा बल के लिए बड़ी चुनौती है. चुनावों को देखते हुए सुरक्षा के लिए लगभग एक लाख जवानों को तैनात किया गया है.
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पिछले 15 दिनों में तीन बड़ी घटनाओं को अंजाम देने के बाद क्षेत्र में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराना मुश्किल है. ऐसे में राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मानते हैं कि मतदान दलों को सुरक्षित मतदान केंद्रों तक पहुंचाना, शांतिपूर्वक मतदान कराना और दलों को ईवीएम के साथ सुरक्षित वापस लाना चुनौती भरा काम है.
राज्य के नक्सल विरोधी अभियान के विशेष पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने बताया कि प्रथम चरण के मतदान के लिए मतदान दलों को रवाना किया जा रहा है. राज्य के नक्सल प्रभावित अंदरूनी क्षेत्रों के लिए 650 मतदान दलों को हेलीकाप्टर से भेजा गया है. इन क्षेत्रों में मतदान दलों को सुरक्षित पहुंचा दिया गया है.
इस कार्य के लिए भारतीय वायु सेना, सीमा सुरक्षा बल और निजी हेलीकाप्टरों की सेवाएं ली गई है. जहां मतदान दल सड़क मार्ग से जा सकता है वहां के लिए दल को पूरी सुरक्षा के साथ आज रवाना किया जा रहा है.
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स्तर के 12 विधानसभा क्षेत्रों में से 15,00 पोलिंग बूथों, लगभग 74 फीसदी पर लाल आतंक का खतरा मंडराता है. पुलिस ने इन पोलिंग बूथों को अति संवेदनशील बूथों में रखा है. जब से यहां आचार संहिता लगी है तब से लेकर अब तक यहां तीन नक्सलवादी हिंसाएं हो चुकी हैं.
उधर, छत्तीसगढ़ में पिछले पंद्रह सालों से लगातार राज्य की कमान संभाल रहे मुख्यमंत्री रमन सिंह लगातार तीसरी बार वापसी के लिए अपनी घरेलू सीट राजनांदगांव से चुनावी मैदान में हैं. यहां से कांग्रेस ने कभी बीजेपी में रहीं करुणा शुक्ला को मैदान में उतारा है और राजनांदगांव में सीएम को घेरने के लिए कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है.
इस बार सीएम के सामने अपने गढ़ को बचाने की चुनौती है. अभियान के आखिरी दिन बीजेपी नेताओं ने राजनंदगांव में रोड शो भी किया.
Source : News Nation Bureau