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छपरा विधानसभा सीटः जिसने बिहार को 15 वर्ष तक मुख्यमंत्री दिया

छपरा विधानसभा का नाम सुनते ही सबसे पहले जो जेहन में आता है वो हैं राजद सुप्रीमो और पूर्व मुख्मंत्री लालू प्रसाद यादव. देश में समाजवाद के प्रणेता लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जन्मभूमि भी छपरा ही है.

Updated on: 23 Oct 2020, 05:25 PM

छपरा:

सारण जिले के अंतर्गत आने वाले छपरा विधानसभा का नाम बिहार के अतिमहत्वपूर्ण सीटों में आता है. छपरा विधानसभा का नाम सुनते ही सबसे पहले जो जेहन में आता है वो हैं राजद सुप्रीमो और पूर्व मुख्मंत्री लालू प्रसाद यादव. देश में समाजवाद के प्रणेता लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जन्मभूमि भी छपरा ही है. इसके अलावा देश के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद और भिखारी ठाकुर जैसी विभूतियों के कारण भी यह क्षेत्र चर्चा में रहता है. वर्तमान में बीजेपी नेता व पूर्व मंत्री राजीव प्रताप रूडी भी छपरा से ही आते हैं और सारण जिले से संसद हैं.

इस सीट के पिछले पांच चुनावों की बात करें तो इस सीट से राजद को सिर्फ एक बार 2014 के उपचुनावों में जीत मिली थी. इस सीट पर बारी से बारी बीजेपी और जेडीयू ने 2-2 बार इस सीट पर कब्जा करने में सफलता पाई है. पिछले विधानसभा चुनाव में इस सीट पर बीजेपी नेता सीएन गुप्ता ने जीत दर्ज की थी और आरजेडी नेता व पूर्व विधायक रणधीर सिंह को 11 हजार से ज्यादा मतों के अंतर से हराया था. गुप्ता को 71646 मत हासिल हुए थे, वहीं, रणधीर सिंह को 60267 वोट प्राप्त हुए थे.

इस बार भी महागठबंधन के तरफ से उम्मीदवार पूर्व विधायक रणधीर सिंह ही हैं. वहीं NDA ने भी इस सीट के लिए पूर्व विधायक सीएन गुप्ता पर ही भरोसा जताया है. छपरा विधानसभा क्षेत्र में मतदाता की संख्या करीब 403816 है, जिसमे से 37.41 फीसदी जनता ग्रामीण है और 62.59 फीसदी आबादी शहरी है.