बीजेपी ने उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में बिना किसी चेहरे के जाने का फ़ैसला किया है। बीजेपी के इस फ़ैसले से उनके कई कार्यकर्ता निराश हैं। बीजेपी में हिंदुत्व का चेहरा माने जाने वाले सांसद महंत योगी आदित्यनाथ भी मुख्यमंत्री के रेस में हैं।
कई समर्थकों का मानना है कि अगर यूपी चुनाव में बीजेपी योगी आदित्यनाथ के चेहरे पर चुनाव लड़ती तो ज़्यादा फ़ायदे में रहती। पार्टी एजेंडे और सीएम उम्मीदवार जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दे पर न्यूज़ स्टेट के एडिटर नेशनल अफ़ेयर्स विजय त्रिवेदी ने योगी आदित्यनाथ से बातचीत की।
हालांकि योगी आदित्यनाथ से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बीजेपी में सीएम के लिए कई योग्य उम्मीदवार हैं। ऐसे में पार्टी जिसे भी मुख्यमंत्री पद की ज़िम्मेदारी देगी वो ही इस पद पर बैठेगा।
प्रदेश में कई बार टिकट बंटवारे को लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच क्लेश भी देखने को मिला। लेकिन इस सवाल के जवाब में योगी ने कहा कि बीजेपी एक बड़ी पार्टी है इसलिए कई बार लोगों के मन में असंतोष होता है।
बीजेपी सब को एक साथ लेकर चलने वाली पार्टी है और वो अपने सभी कार्यकर्ताओं को साथ लेकर चलने में यकीन करती है। योगी ने प्रदेश चुनाव और बीजेपी मेनिफ़ेस्टो को लेकर भी अपना पक्ष रखा। योगी के अनुसार बीजेपी सभी समुदाय के लिए बिना किसी भेदभाव के विकास करना चाहती है और इसी मुद्दे को लेकर चुनाव मैदान में उतर रही है।
बातचीत की मुख्य बातें
- बीजेपी में दूसरी पार्टियों की तरह परिवारवाद नहीं है।
- बीजेपी में कोई भी सीएम और पीएम बन सकता है।
- जीतने वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जायेगी।
- जाति धर्म के आधार पर टिकट बंटवारा नहीं किया गया।
- हमने अपने घोषणा पत्र में सांप्रदायिकता के आधार पर भेदभाव नहीं किया है।
- पिंक क्रांति देश की उर्जा को बढ़ाने के लिए है।
- हम पशुओं के अवैध क़त्लखानों को रोकेंगे।
- बीजेपी संविधान के दायरे में रहकर राम मंदिर बनाएगी।
- राम मंदिर लोगों के लिए आस्था का विषय है।
- हम 2019 तक राम मंदिर बनायेंगे।
- मैं सीएम के रेस में नहीं हूं, सांसद की भूमिका निभा रहा हूं।
- आतंकवाद का सही निदान होना चाहिए।
Source : News Nation Bureau