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30 नवंबर तक देवेंद्र फड़णवीस की सरकार को साबित करना होगा बहुमत: सूत्र

सूत्रों का कहना है कि राज्‍यपाल ने 30 नवंबर तक मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस को बहुमत साबित करने का समय दिया है. वहीं बीजेपी का कहना है कि उसके पास 170 से अधिक विधायकों का समर्थन है और वह आसानी से बहुमत साबित कर लेगी.

Updated on: 23 Nov 2019, 10:48 AM

नई दिल्‍ली:

महाराष्‍ट्र में देवेंद्र फड़णवीस की सरकार ने सत्‍ता संभाल ली है. बीजेपी नेता देवेंद्र फड़णवीस ने मुख्‍यमंत्री तो एनसीपी नेता अजीत पवार ने डिप्‍टी सीएम पद शपथ ले ली है. सूत्रों का कहना है कि राज्‍यपाल ने 30 नवंबर तक मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस को बहुमत साबित करने का समय दिया है. वहीं बीजेपी का कहना है कि उसके पास 170 से अधिक विधायकों का समर्थन है और वह आसानी से बहुमत साबित कर लेगी. बीजेपी नेता गिरीश महाजन ने कहा, हम 170 से अधिक विधायकों के समर्थन के साथ बहुमत साबित करेंगे. अजीत पवार ने राज्यपाल को अपने विधायकों के समर्थन के बारे में एक पत्र दिया है और चूंकि वह राकांपा के विधायक दल के नेता हैं, जिसका मतलब है कि सभी राकांपा विधायकों ने हमारा समर्थन किया है.

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गिरीश महाजन ने कहा, शिवसेना के लिए मौखिक दस्त शब्‍द का उपयोग करना सही होगा. उन्‍होंने कहा, शिवसेना के कई विधायक भी संजय राउत से निराश हैं और वे भी हमारे साथ जाने की सोच सकते हैं. बीजेपी के प्रदेशाध्‍यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा, संजय राउत को अब कम से कम चुप रहना चाहिए. उन्होंने शिवसेना को बर्बाद कर दिया है.

बता दें कि महाराष्‍ट्र में शनिवार सुबह 5:47 बजे राष्‍ट्रपति शासन हटाया गया और कुछ ही घंटे बाद सुबह 8:09 बजे बीजेपी नेता देवेंद्र फड़णवीस ने मुख्‍यमंत्री पद की शपथ ले ली. उनके साथ उनके साथ अजीत पवार ने डिप्‍टी सीएम पद शपथ ली है. राज्‍यपाल भगत सिंह कोशियारी ने मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस और अजीत पवार को क्रमश: मुख्‍यमंत्री और उपमुख्‍यमंत्री पद की शपथ दिलाई.

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शपथ ग्रहण के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए एनसीपी नेता और महाराष्‍ट्र के डिप्‍टी सीएम अजीत पवार ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि शिवसेना और कांग्रेस से बातचीत में काफी वक्‍त जाया हो रहा था. और वैसे भी तीन दलों का एक साथ सरकार बनाने से बेहतर था कि बीजेपी के साथ जाकर महाराष्‍ट्र को स्‍थिर सरकार दें.