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BJP ने विधानसभा चुनावों में जीत 'मैकेनिकल हेरफेर' से हासिल कीः ममता

ममता बनर्जी ने तो बीजेपी को जीत का श्रेय देने के बजाय यह आरोप लगा दिया कि परिणाम लोगों का फैसला नहीं है. भाजपा ने वोटों में हेरफेर किया और चार राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में जीत हासिल की.

Updated on: 12 Mar 2022, 02:14 PM

highlights

  • ममता का बीजेपी पर तीखा हमला
  • पीके ने भी की थी तीखी बयानबाजी

कोलकाता:

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की सहज जीत के एक दिन बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि यह चुनावी परिणाम लोगों के फैसले को नहीं दर्शाते हैं, क्योंकि उन्होंने चुनावों में इस्तेमाल की गई इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) के फोरेंसिक परीक्षण की मांग की थी. गौरतलब है कि इसके पहले ममता की चुनावी रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर ने कहा था कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों का अगले लोकसभा चुनावों पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि 2024 में किसी राज्य के चुनाव के लिए नहीं, बल्कि भारत के वास्ते लड़ाई लड़ी जाएगी.

अब ममता बनर्जी ने तो बीजेपी को जीत का श्रेय देने के बजाय यह आरोप लगा दिया कि परिणाम लोगों का फैसला नहीं है. भाजपा ने वोटों में हेरफेर किया और चार राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में जीत हासिल की. उन्होंने कहा, 'उत्तर प्रदेश में ईवीएम लूट की घटनाएं हुई हैं. बनारस के जिलाधिकारी का तबादला कर दिया गया है. यह मुझे अखबारों से पता चला है. उसके बाद ईवीएम का फोरेंसिक परीक्षण क्यों नहीं हुआ?.' समाजवादी पार्टी (सपा) के अखिलेश यादव के पक्ष में उत्तर प्रदेश में प्रचार करने वाली बनर्जी ने कहा, 'अखिलेश (यादव) को हार मानने के लिए मजबूर किया गया है, लेकिन यह लोगों का फैसला नहीं है. यह मैकेनिकल हेरफेर का फैसला है.' मुख्यमंत्री ने यादव को सांत्वना भी दी और निराश न होने की सलाह दी.

तृणमूल कांग्रेस की सर्वोच्च नेता ने कहा, 'यह सभी चीजों का अंत नहीं है. उन्होंने कुछ राज्यों को ही जीता है और वे ऐसा व्यवहार कर रहे हैं, जैसे कि वे लोकसभा चुनाव जीत गए हैं. यह सही नहीं है. 2024 का चुनाव इतना आसान नहीं होगा.' सभी समान विचारधारा वाले दलों को भाजपा से लड़ने के लिए गठबंधन बनाने के लिए आमंत्रित करते हुए बनर्जी ने कहा, 'कांग्रेस पर निर्भर रहने का कोई कारण नहीं है. हमें भाजपा को हराने के लिए एक बेहतर विकल्प की तलाश करनी होगी.'

इसके पहले प्रशांत किशोर ने पीएम मोदी के 10 मार्च को कार्यकर्ताओं को संबोधन के बाद तीखी प्रतिक्रिया दी थी. गौरतलब है कि पीओं मोदी ने कहा था कि 2019 के लोकसभा चुनावों के बाद कुछ राजनीतिक पंडितों ने दावा किया था कि 2017 के राज्य विधानसभा चुनाव के नतीजों ने ही 2019 के लोकसभा चुनाव के नतीजे तय किये थे. उन्होंने यह भी कहा था कि इस बार भी उन्हें यह कहने का साहस दिखाना चाहिए कि 2022 के नतीजों ने 2024 के नतीजे तय कर दिए हैं.

किशोर ने ट्वीट किया, '2024 में भारत के लिए लड़ाई लड़ी जाएगी और उसका फैसला किया जाएगा न कि किसी राज्य चुनाव के लिए. साहेब (मोदी) यह जानते हैं. इसलिए यह विपक्ष पर निर्णायक मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल करने के लिए राज्य चुनावों के आसपास उन्माद पैदा करने का एक चतुर प्रयास है. इस झूठ के जाल में न फंसे.' भाजपा ने फरवरी-मार्च में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में चार राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में शानदार जीत हासिल की है जबकि पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) ने जबरदस्त जीत दर्ज की है.