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भाजपा ने बंगाल में 5 सांसदों को लड़ाया, जीते सिर्फ 2

केंद्रीय राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो सहित अन्य तीन चुनाव हार गए. हारने वालों में राज्यसभा से इस्तीफा देकर चुनाव लड़ने वाले स्वप्न दास गुप्ता भी शामिल रहे.

Updated on: 03 May 2021, 08:46 AM

highlights

  • पश्चिम बंगाल में अपेक्षित सफलता नहीं पा सकी बीजेपी
  • कुल पांच सांसदों को उतारा था, जीत मिल सकी 2 को
  • टीएमसी तीसरी बार सत्ता तक पहुंचने में सफल

नई दिल्ली:

भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पश्चिम बंगाल (West Bengal) के विधानसभा चुनाव के मैदान में कुल पांच सांसदों को उतारा था, जिसमें सिर्फ दो जीतने में सफल रहे. केंद्रीय राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो सहित अन्य तीन चुनाव हार गए. हारने वालों में राज्यसभा से इस्तीफा देकर चुनाव लड़ने वाले स्वप्न दास गुप्ता भी शामिल रहे. भाजपा ने सांसदों को टिकट देकर विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) में पूरी ताकत झोंक दी थी. केंद्रीय राज्यमंत्री और आसनसोल से सांसद बाबुल सुप्रियो (Babul Supriyo) को भाजपा ने टॉलीगंज सीट से चुनाव मैदान में उतारा था. बाबुल सुप्रियो को 50080 वोटों से हार का सामना करना पड़ा. बाबुल को 40597 वोट मिले, जबकि उन्हें हराने वाले टीएमसी नेता अरूप बिस्वास को 101440 वोट मिले.

लॉकेट, निशित, जगन्नाथ हारे
हुगली से लोकसभा सांसद लॉकेट चटर्जी को भाजपा ने चुनचुरा विधानसभा सीट से लड़ाया मगर वह जीत नहीं सकी. लॉकेट चटर्जी को 18417 वोटों से हार का सामना करना पड़ा. इसी तरह कूच बिहार से सांसद निशित प्रमाणिक ने दिनहाता विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा. कड़े मुकाबले में सांसद निशित प्रमाणिक मात्र 57 वोटों से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी टीएमसी नेता उदयन गुहा को हराने में सफल रहे. पिछली बार टीएमसी नेता उदयन गुहा ने इस सीट पर 21 हजार से अधिक वोटों से जीत हासिल की थी.

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काम नहीं आया आक्रामक प्रचार
राणाघाट लोक सभा सीट से सांसद जगन्नाथ सरकार को भाजपा ने शांतिपुर से प्रत्याशी बनाया था. जगन्नाथ सरकार कुल 15878 वोटों से जीतने में सफल रहे. उन्होंने टीएमसी के अजय देव को हराया. वहीं राज्यसभा से इस्तीफा देकर चुनाव लड़ने वाले स्वप्न दास गुप्ता को हार का सामना करना पड़ा. गुप्ता को टीएमसी नेता रामेंदु ने 7484 वोटों के अंतर से हराया. गौरतलब है कि बीजेपी ने बंगाल चुनाव में बेहद आक्रामक प्रचार किया. इसके बावजूद वह महज 77 सीटों के आसपास ही पहुंच सकी. इसके विपरीत तृणमूल कांग्रेस बीजेपी के चुनावी नारे अबरी बार 200 पार को अमल में ला 213 सीटें हासिल करने में सफल रही. यब उसके पिछले प्रदर्शन से भी पार का आंकड़ा है.