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बीजेपी में कशमकश: ताई और भाई के बीच फंसीं इंदौर की 9 सीटें

इंदौर की नौ सीटों पर बीजेपी ने अभी तक कोई फैसला नहीं किया है. सूत्रों के मुताबिक इन सीटों पर पेंच भाई और ताई के बीच फंसा है. ताई के खाते के तीन टिकटों को काटा गया था. जिस पर नाराज ताई इंदौर पहुंची थीं.

Updated on: 06 Nov 2018, 02:12 PM

इंदौर:

इंदौर की नौ सीटों पर बीजेपी ने अभी तक कोई फैसला नहीं किया है. सूत्रों के मुताबिक इन सीटों पर पेंच भाई और ताई के बीच फंसा है. ताई के खाते के तीन टिकटों को काटा गया था. जिस पर नाराज ताई इंदौर पहुंची थीं. बता दें मध्‍य प्रदेश में लोकसभा अध्‍यक्ष सुमित्रा महाजन को ताई और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को भाई कहा जाता है.

दरअसल इंदौर की 9 विधानसभा सीटों को लेकर ताई भाई के बीच चल रही कशमकश के चलते अब तक इन विधानसभाओं में सस्पेंस बरकरार है. हाल ही में सूत्रों के द्वारा बताया गया कि ताई के खाते के तीन टिकटों को काटा गया था. जिस पर नाराज ताई इंदौर पहुंची थीं. ताई की नाराजगी की भनक लगते ही पार्टी आलाकमान ने केंद्र मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर विनय सहस्त्रबुद्धे को ताई को मनाने के लिए भेजा. दोनों ही नेताओं ने ताई को मनाने की कोशिश की. हालांकि डेढ़ घंटे चली इस मुलाकात का निष्कर्ष नहीं निकल पाया.

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बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय रूपचौदस के दिन पत्रकारों को बताया कि बेटे आकाश के लिए उन्होंने टिकट नहीं मांगा, बल्कि पार्टी ने खुद आकाश विजयवर्गीय का इंदौर की तीन से चार विधानसभाओं में सर्वे कराया. जहां पर पार्टी को लगा कि आकाश इन सभी सीटों पर चुनाव जीत सकते हैं. लिहाजा अब यह पार्टी के हाथ में है कि वह आकाश को टिकट देती है या नहीं .

कैलाश ने साफ कहा इंदौर की 9 सीट पर बीजेपी कमल खिलाएगी. कैलाश विजयवर्गी के बयान पर गौर करें तो अपने बेटे की सीट की दावेदारी को लेकर वह बहुत पुख्ता है. वहीं लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन भी अपने बेटे मंदार महाजन के लिए टिकट मांगने की बात पर आड़ गई हैं. पार्टी सूत्रों की माने तो इंदौर की 9 विधानसभा सीटों के उम्मीदवारों का ऐलान ताई भाई के विवाद के चलते नहीं हो पा रहा है, जिसके चलते बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह इस मामले में जल्द कोई निर्णय लेंगे.