New Update
/newsnation/media/post_attachments/images/2017/12/18/48-RahulModiNew.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
2017 के हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी को कुल मतों का 48.5 फीसती मत मिला है जो पिछले चुनाव के मुकाबले करीब 10 फीसदी अधिक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)
हिमाचल प्रदेश और गुजरात में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अगली सरकार बनाने जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य और पिछले 22 सालों से गुजरात की सत्ता पर काबिज रही बीजेपी एक बार फिर से वापस लौट आई है लेकिन उसे पिछले चुनाव के मुकाबले सीटों का नुकसान उठाना पड़ा है।
हालांकि हिमाचल प्रदेश सीटों की संख्या और वोट फीसदी दोनों के लिहाज से बीजेपी की जीत जबरदस्त रही है।
68 सीटों वाले विधानसभा में बीजेपी को इस बार 44 सीटें मिली हैं जो सरकार बनाने के लिए जादुई आंकड़ा 35 से कहीं अधिक है। इस चुनाव में बीजेपी के वोट फीसदी में जबरदस्त इजाफा हुआ है।
2012 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को इस पहाड़ी राज्य में जहां महज 26 सीटें मिली थीं जबकि उसे कुल मतों का 38.83 फीसदी मत मिला था।
जबकि इस चुनाव में बीजेपी ने शानदार वापसी करते हुए 45 सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं पार्टी की वोटिंग फीसदी में शानदार इजाफा हुआ है।
पार्टी को इस चुनाव में कुल मतों का 48.80 फीसदी मत मिला है जो पिछले चुनाव के मुकाबले करीब 10 फीसदी अधिक है।
जबकि पिछली बार हिमाचल प्रदेश में सरकार बनाने वाली कांग्रेस 68 में से 36 सीटें जीतने में सफल रही थी और उसे कुल मतों का 43.21 फीसदी हिस्सा हासिल हुआ था।
वहीं कांग्रेस को 21 सीटें मिली हैं। सीटों के लिहाज से मौजूदा चुनाव में कांग्रेस का नुकसान बेहद बड़ा है वहीं पार्टी के जनाधार में भी सेंध लगती दिखाई दे रही है।
मौजूदा चुनाव में कांग्रेस को 41.8 फीसदी मत मिले हैं जबकि पिछले चुनाव में 43.21 फीसदी मत मिले थे।
वहीं एक सीट पर जीतने वाली कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया मार्क्सवादी (सीपीआईएम) को 6.4 फीसदी मत मिले हैं। जबकि पिछले चुनाव में सीपीआई और सीपीएम को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली थी लेकिन उन्हें कुल 7.16 फीसदी मत मिले थे।
2012 के विधानसभा चुनाव में सीपीआई जहां 6 सीटों पर चुनाव लड़ी थी वहीं सीपीएम 16 सीटों पर। हालांकि इसमें से 20 सीटों पर वामपंथी दलों के उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी।
पिछले विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी को जहां 1.22 फीसदी मत मिले थे इस चुनाव में यह घटकर 0.5 फीसदी हो गया है।
हिमाचल प्रदेश चुनाव में बीजेपी की जीत के लिए सबसे बड़ा झटका पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल का हार जाना रहा।
मोदी के करीबी माने जाने वाले धूमल को पार्टी ने सुजानपुर सीट से उम्मीदवार बनाया था, जिन्हें कांग्रेस के राजिंदर राणा ने मात दी है। धूमल की हार के बाद हिमाचल में मुख्यमंत्री पद के अगले उम्मीदवार को तय करने में पार्टी को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
HIGHLIGHTS
Source : Abhishek Parashar