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भोरे विधानसभा सीट: क्या इस बार यहां अपना खाता खोल पाएगी जदयू?

बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी बढ़ी हुई हैं. सभी सियासी दल दूसरे दल को मात देने की रणनीति बना रहे हैं.

Updated on: 07 Nov 2020, 05:39 PM

भोरे :

गोपालगंज के भोरे विधानसभा क्षेत्र में चुनावी चर्चाएं खूब हो रही हैं. भोरे सीट पर इस बार मुकाबला टक्कर का देखने को मिल सकता है. इस सीट से कांग्रेस के अनिल कुमार मौजूदा विधायक हैं. लेकिन इस बार महागठबंधन की ओर से लेफ्ट पार्टी ने जितेंद्र पासवान को मैदान में उतारा है. महागठबंधन के प्रत्याशी को टक्कर देने के लिए जदयू ने सुनील कुमार को टिकट दिया है. ऐसे में यहां जदयू के वापसी अपना खाता खोलने का मौका है.

2015 में कांग्रेस ने किया कब्जा

अगर पिछले चुनाव की बात करें तो यहां कांग्रेस ने कब्जा किया था. कांग्रेस के अनिल कुमार को 2015 के चुनाव में जीत मिली. उन्होंने बीजेपी के उम्मीदवार इंद्रदेव मांझी को 14,871 वोटों के अंतर से हराया था. अनिल कुमार को 74,365 वोट मिले थे, जबकि इंद्रदेव मांझी के पक्ष में 59,494 वोट आए थे.

2010 में बीजेपी को मिली जीत

अगर बात 2010 के विधानसभा चुनाव की करें तो उस चुनाव में यह सीट बीजेपी के खाते में आई थी. बीजेपी के उम्मीदवार इंद्रदेव मांझी ने यहां से जीत हासिल की थी. 2010 के चुनाव में इंद्रदेव मांझी ने राजद के उम्मीदवार बच्चन दास को 43,570 वोटों से मात दी थी. इंद्रदेव मांझी को 61,401 वोट मिले थे, जबकि बच्चन दास के पक्ष में 17,831 वोट आए थे.

भोरे विधानसभा क्षेत्र में 3,16,728 मतदाता

भोरे विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की जनसंख्या की बात करें तो 2015 के चुनाव के अनुसार, इस क्षेत्र में कुल 3,16,728 मतदाता हैं. इनमें से 1,65,722 पुरुष मतदाता और 1,50,999 महिला वोटर्स हैं. पिछली बार यहां 5 नवंबर को मतदान हुआ था, जिसमें 53 फीसदी वोट पड़े थे.