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जानिए इस बार बेलेघाटा विधानसभा में कौन मारेगा बाजी, TMC, BJP या लेफ्ट

बेलेघाटा विधानसभा सीट मौजूदा समय सत्तारूढ़ दल टीएमसी के हाथों में है. परेश पॉल ने पिछले विधानसभा चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए बेलेघाटा विधानसभा सीट से अपने निकटम प्रतिद्वंदी सीपीएम प्रत्याशी राजीब बिस्वास को 26179 मतों से करारी शिकस्त दी थी

Updated on: 24 Dec 2020, 04:10 PM

बेलाघाट:

बेलेघाटा विधानसभा सीट पश्चिम बंगाल जिले से आती है यह राज्य की प्रमुख विधानसभा सीटों में से एक है. इस विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक टीएमसी के परेश पॉल जीतकर पश्चिम बंगाल की विधानसभा में पहुंचे हैं. परेश पॉल ने साल 2016 के विधानसभा चुनाव में अपने निकटम प्रतिद्वंदी सीपीएम प्रत्याशी राजीब बिस्वास को भारी बहुमत से शिकस्त दी थी.

आपको बता दें कि साल 2016 में हुए बेलेघाटा विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कुल दो लाख इकतालिस हजार नौ सौ पैंसठ (241965) मतदाता थे. साल 2016 के विधानसभा चुनाव में बेलेघाटा विधानसभा सीट से कुल एक लाख साठ हजार छः सौ चौदह (160614) मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया था. पश्चिम बंगाल की इस विधानसभा सीट पर 53.43 फीसदी पुरुष मतदाता हैं, जबकि 46.56 फीसदी महिला मतदाता हैं.   

बेलेघाटा विधानसभा सीट मौजूदा समय सत्तारूढ़ दल टीएमसी के हाथों में है. परेश पॉल ने पिछले विधानसभा चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए बेलेघाटा विधानसभा सीट से अपने निकटम प्रतिद्वंदी सीपीएम प्रत्याशी राजीब बिस्वास को 26179 मतों से करारी शिकस्त दी थी, वहीं इस चुनाव में तीसरे नंबर पर 11,516 वोटों के साथ बीजेपी उम्मीदवार पार्थ चौधरी थे, जबकि यहां पर भी 3,153 वोटों के साथ चौथे स्थान पर नोटा रहा. 

साल 2016 में ऐसी रही वोटिंग
बेलेघाटा विधानसभा सीट पर साल 2016 में में कुल 66 फीसदी मतदान हुआ था. साल 2016 में ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के  परेश पॉल ने सीपीएम प्रत्याशी राजीब बिस्वास को 26179 वोटों के बड़े अंतर से हराया था. बेलेघाटा विधानसभा सीट कोलकाता उत्तर के अंतर्गत आती है. इस संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं सुदीप बंद्योपाध्याय, जो ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस से हैं. उन्होंने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी राहुल सिन्हा को 127095 से हराया था.

बीजेपी-टीएमसी के बीच सियासी घमासान
साल 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का यहां पर दूर-दूर तक नाम-ओ-निशान नहीं था, लेकिन लोकसभा चुनाव 2019 में अमित शाह की अगुवई में बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में धमाकेदार प्रदर्शन किया और 18 सीटें जीतीं जिसके बाद अब यहां पर बीजेपी टीएमसी की सबसे निकटतम प्रतिद्वंदी दिखाई दे रही है. पश्चिम बंगाल के मौजूदा राजनीतिक हालात को देखते हुए कुछ भी कहना मुश्किल है. एक ओर बीजेपी ने पूरी टीएमसी को तोड़कर रख दिया है, मुकुल रॉय, शुभेन्दु अधिकारी सहित टीएमसी के कई दिग्गज नेता अब बीजेपी टीएमसी को छोड़कर बीजेपी का दामन थाम चुके हैं. इस लिहाज से अब जनता ही पश्चिम बंगाल की सियासत का परिणाम बताएगी.