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West Bengal Elections 2021: जानें बसीरहाट दक्षिण सीट का राजनीतिक समीकरण

बंगाल में 'जीत का रसगुल्ला' किसे मिलेगा ये तो चुनाव परिणाम के बाद ही पता चलेगा. लेकिन इससे पहले हम आज जानेंगे बसीरहाट दक्षिण विधानसभा सीट के बारे में. 

Updated on: 19 Mar 2021, 12:26 PM

बसीरहाट :

साल 2021 पश्चिम बंगाल (West Bengal) के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. इस साल बंगाल में 294 सीटों पर विधानसभा चुनाव (Assembly Elections 2021) होने है, जिसका बिगुल बज चुका है. भारतीय जनता पार्टी (BJP)ने ममता के 'गढ़' में सेंध लगाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. अमित शाह समेत बीजेपी के कई नेता अब तक बंगाल में रैलियां कर चुकी है. वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी भी अपनी सत्ता बरकरार रखने के लिए डटकर विपक्षी पार्टियों का मुकाबला कर रही है. बंगाल में 'जीत का रसगुल्ला' किसे मिलेगा ये तो चुनाव परिणाम के बाद ही पता चलेगा. लेकिन इससे पहले हम आज जानेंगे बसीरहाट दक्षिण विधानसभा सीट के बारे में. 

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जानें बसीरहाट उत्‍तर विधानसभा सीट के बारे में

साल 2016 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में एआईटीसी के दीपेंदू बिस्‍बास ने बसीरहाट दक्षिण विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी और भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार सामिक भट्टाचार्य को 24058 वोटों को अंतर से हराया था. वहीं दीपेंदू बिस्‍बास को कुल 88085 और सामिक भट्टाचार्य को 64027 वोट मिले थे. विधानसभा चुनाव 2016 में बसीरहाट दक्षिण विधानसभा सीट पर 86.81 प्रतिशत वोट हुए थे.

पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में होंगे चुनाव

पश्चिम बंगाल में 8 अलग अलग चरणों में चुनाव होंगे. बंगाल में विधानसभा की कुल 294 सीटें हैं. यह राज्य भले ही बहुत बड़ा न हो, लेकिन यहां की कानून व्यवस्था और राजनीतिक हिंसाओं के मद्देनजर यहां 8 चरणों में चुनाव कराया जाएगा.  

पिछले विधानसभा चुनाव में मतदाताओं की संख्या

  • मतदाताओं की कुल संख्या-  249807
  • पुरुष मतदाता- 1275
  • महिला मतदाताओं की संख्या- 122278

पहला चरण- 27 मार्च को मतदान

दूसरा चरण- 1 अप्रैल को मतदान

तीसरा चरण- 6 अप्रैल को मतदान

चौथा चरण- 10 अप्रैल को मतदान

पांचवां चरण- 17 अप्रैल को मतदान

छठा चरण- 22 अप्रैल को मतदान

सातवां चरण- 26 अप्रैल को मतदान

आठवें चरण- 29 अप्रैल को मतदान

पिछले चुनाव में टीएमसी को मिली थीं 294 में से 211 सीटें

पिछले दो बार से विधानसभा चुनाव में टीएमसी ने शानदार प्रदर्शन किया. पिछले चुनाव में ममता की पार्टी टीएमसी ने सबसे ज्यादा 211 सीटें जीतकर राज्य में बहुमत हासिल किया था और सरकार बनाई थी. पिछले चुनाव में कांग्रेस को 44 सीटें, लेफ्ट को 26 सीटें और बीजेपी को मात्र तीन सीटें हासिल हुई थीं. वहीं अन्य ने 10 सीटों पर जीत हासिल की थी. 294 सीटों वाली पश्चिम बंगाल विधानसभा में बहुमत के लिए 148 सीटों की जरूरत होती है.

इस बार चुनाव 'टीएमसी बनाम बीजेपी'

पश्चिम बंगाल में इस बार का विधानसभा चुनाव बीजेपी बनाम टीएमसी होता दिखाई पड़ रहा है. तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है. ममता बनर्जी राज्य में सरकार बनाने की हैट्रिक लगाने के लिए जमकर पसीना बहा रही हैं तो बीजेपी ने भी पूरी ताकत चुनाव में झोंक दी है. पिछले चुनाव में महज तीन सीटों पर जीत दर्ज करने वाली बीजेपी से इस बार लोगों को काफी उम्मीदें हैं. दरअसल, 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया था. इसी के आधार पर बीजेपी ने बंगाल के विधानसभा चुनाव में 200 से ज्यादा सीटें जीतने की बात कहकर हलचल मचा दी है.

बंगाल में बीजेपी की बढ़ती पहुंच

2011 के विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी ने तीन दशक से पश्चिम बंगाल की सत्ता में काबिज लेफ्ट का सफाया कर दिया था. वहीं साल 2016 के विधानसभा चुनाव में भी कुछ खास असर नहीं पाने वाली बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में कुल 42 में से 18 सीटें जीतकर सबको हैरान कर दिया था. वहीं ममता बनर्जी की टीएमसी को बीजेपी से सिर्फ चार ज्यादा यानी 22 सीट मिलीं थी.