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Assembly election 2018: EVM सुरक्षा पर मचे घमासान के बीच चुनाव आयोग ने कहीं ये बातें

जिसमें उन्होंने बताया कि सारी मशीनों को 28 नवंबर की देर रात और 29 तारीख की सुबह तक स्ट्रांग रूम में शिफ्ट किया गया है. स्ट्रांग रूम डबस लॅाक सहित 3 लेवल की सिक्योरिटी में है.

Updated on: 03 Dec 2018, 09:19 PM

नई दिल्ली:

मध्‍य प्रदेश और छत्‍तीसगढ़ में चुनाव के बाद EVM की सुरक्षा पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. मतदान के बाद स्ट्रांग रूम में EVM की सुरक्षा पर मचे बवाल के बीच मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने प्रेस कांफ्रेस कर इस पर अपनी बात रखी है. जिसमें उन्होंने बताया कि सारी मशीनों को 28 नवंबर की देर रात और 29 तारीख की सुबह तक स्ट्रांग रूम में शिफ्ट किया गया है. स्ट्रांग रूम डबस लॅाक सहित 3 लेवल की सिक्योरिटी में है.

उन्होंने ये भी कहा. 'स्ट्रांग रूम के बाहर टेंट लगाया गया है जिसमें उम्मीदवारों के रुकने की व्यवस्था की गई है. हर दिन एक निश्चित समय पर अधिकारी उम्मीदवार को स्ट्रांग रूम का निरक्षण और भ्रमण कराता है.'

कांताराव के मुताबिक, 'रिजर्व और जिन मशीनों का इस्तेमाल नहीं किया जाता है, उन्हें भी स्ट्रांग रूम में रखा जाता है.' उन्होंन ये भी बताया, 'कुछ जिलों में 1 से 2 दिन देरी से मशीनें स्ट्रांग रूम में जमा करवाई गई.' 

निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा, 'मशीनों को मतगणना के दिन सुबह 8 बजे से पहले खोला जाएगा. काउंटिंग 11 दिसंबर सुबह 8 बजे से शुरू जाएगी. 15000 लोग कांउन्टिंग करेंगे. इससे पहले पोस्टल बैलेट की गणना की जाएगी. आधे घंटे बाद यानी 8:30 बजे मशीनों की गणना होगी. हर विधानसभा क्षेत्र में 14 टेबल पर होगी गणना. एक राउंड की कांउन्टिंग के खत्म होने के बाद दूसरा राउंड शुरू होगा. 6500 पत्रकारों के कार्ड मतगणना के लिए बांटे जाएंगे. कांउन्टिंगन हॉल के अंदर मोबाइल फोन निषेध रहेगा.

उन्होंने कहा, '532 प्रत्यशियों ने चुनाव का ब्यौरा नहीं दिया है जिनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी. निर्वाचन में 20 हज़ार गाड़ी लगाई गई थी. 70 करोड़ रुपए की कार्यवाही निर्वाचन द्वारा की गई है जिसने सोना, चांदी, ड्रग्स, शराब शामिल है, लगभग 30 करोड़ की राशि कैश जप्त की गई है. आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन में 6 अक्टूबर से लेकर 29 दिसंबर तक 2050 प्रकरण दर्ज किए गए है.'

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बता दें कि छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और मिजोरम में मतदान हो चुका है. अब सिर्फ तेलंगाना और राजस्थान में चुनाव होने बाकी है. यहां 7 दिसंबर को मतदाता नेताओं की किस्मत का फैसला करेगी.  11 दिसंबर को सभी पांच राज्य में हुए चुनाव का परिणाम आएगा.