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Assam Election: बीजेपी प्रत्याशी की गाड़ी में EVM मिलने पर EC की बड़ी कार्रवाई, 4 अधिकारी सस्पेंड

असम विधानसभा चुनावों के बीच बीजेपी प्रत्याशी की गाड़ी में EVM मिलने पर माहौल तनावपूर्ण हो गया है. इस मामले में कांग्रेस ने बीजेपी सहित चुनाव आयोग के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है. वहीं इसी बीच इस मामले में चुनाव आयोग ने कड़ी कार्रवाई करते हुए चार पोलिंग अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है.

Updated on: 02 Apr 2021, 02:40 PM

highlights

  • बीजेपी प्रत्याशी की गाड़ी में EVM मिली
  • EC ने 4 अधिकारियों को सस्पेंड किया
  • कांग्रेस ने चुनाव रद्द करने की मांग की

नई दिल्ली:

असम विधानसभा चुनावों में गुरुवार को दूसरे चरण का मतदान संपन्न हुआ. वोटिंग के दौरान एक ऐसी घटना सामने आई, जिससे पूरे इलाके में तनाव पैदा गया है. दरअसल असम विधानसभा चुनावों के बीच बीजेपी प्रत्याशी की गाड़ी में EVM मिलने पर माहौल तनावपूर्ण हो गया है. इस मामले में कांग्रेस ने बीजेपी सहित चुनाव आयोग के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है. वहीं इसी बीच इस मामले में चुनाव आयोग ने कड़ी कार्रवाई करते हुए चार पोलिंग अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है. असम के करीमगंज में भी गुरुवार को मतदान हुआ. इस दौरान एक मामला सामने आया जिसमें एक ईवीएम, बीजेपी उम्मीदवार की कार से बरामद की गई.

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इसका वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी के साथ वायरल हो रहा है. इस मामले में कांग्रेस ने बीजेपी और चुनाव आयोग दोनों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस मामले में चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाया. उन्होंने इस सीट पर चुनाव बर्खास्त करने की मांग की है. 

EC ने 4 अधिकारियों को सस्पेंड किया

वहीं इस मामले में चुनाव आयोग ने वहां के जिला निर्वाचन अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है. जिस गाड़ी में ईवीएम मिली थी वह पाथरकांडी से बीजेपी उम्मीदवार कृष्णेंदु पाल की बताई जा रही है. खास बात है कि कार के साथ न तो चुनाव आयोग का कोई अधिकारी था, ना ही कार के भीतर कोई सुरक्षा थी. इस मामले में चुनाव आयोग ने चार मतदान अफसरों को निलंबित कर दिया है. साथ ही एफआईआर लिखने का आदेश दिया गया है. चुनाव आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारी से विस्तृत रिपोर्ट भी तलब की है.

गाड़ी खराब होने पर पोलिंग पार्टी ने लिफ्ट ली थी

डीएम से चुनाव आयोग को जो रिपोर्ट दी गई है उस रिपोर्ट के मुताबिक, पोलिंग स्टेशन से लौटते वक्त पोलिंग पार्टी की गाड़ी बीच रास्ते में खराब हो गई थी. जिसके कारण पीठासीन अधिकारी ने रास्ते से गुजर रही एक गाड़ी से मदद मांगी. पीठासीन अधिकारी ने गाड़ी मालिक से EVM को जिला मुख्यालय पहुंचाने का आग्रह किया था. रिपोर्ट में कहा गया कि पोलिंग पार्टी को शुरुआत में जानकारी नहीं थी कि जिस गाड़ी में वो लिफ्ट ले रहे हैं, वो गाड़ी बीजेपी विधायक की है. बता दें कि जिस गाड़ी में EVM मिली वो बीजेपी प्रत्याशी कृष्णेंदु पाल की पत्नी के नाम पर है.

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EVM सलामत होने का दावा

रिपोर्ट में कहा गया कि लिफ्ट लेकर पोलिंग पार्टी जब लौट रही थी, तो उनको स्थानीय लोगों ने देखा था. उन्होंने ही बीजेपी प्रत्याशी की गाड़ी को रोका था. और उसमें EVM होने पर ऐतराज जताया था. स्थानीय लोगों ने गाड़ी से पोलिंग पार्टी को बाहर निकालकर हंगामा शुरू कर दिया था. जिसके कारण जब पुलिस मौके पर पहुंची तो गाड़ी में पोलिंग अधिकारी नहीं मिले. रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि ईवीएम सही सलामत है. उसकी सील सही सलामत है, उसे तोड़ा नहीं गया है. रिपोर्ट में बताया गया कि यह EVM वोटिंग में इस्तेमाल हुई थी. वहीं ईवीएम ले जाने वाली कार को रोकने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है. चुनाव आयोग को जिला निर्वाचन अधिकारी से दूसरी और विस्तृत रिपोर्ट का भी इंतजार है.

कांग्रेस का आरोप

वहीं इस घटना पर कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मामले में ट्वीट करते हुए लिखा कि 'EC की गाड़ी ख़राब, भाजपा की नीयत ख़राब, लोकतंत्र की हालत ख़राब!' इसके अलावा असम से कांग्रेस के सांसद गौरव गोगोई ने ट्वीट किया कि 'हर चुनाव में यही स्क्रिप्ट दोहराई जाती है- इलेक्शन कमीशन की कार खराब हो गई, ईवीएम मशीन को बीजेपी से जुड़ी कार में ट्रांसफर कर दिया गया, बाद में जब जनता नाराजगी जाहिर करती है तब अधिकारियों को इसका पता लगता है. इससे पहले कि जनता का भरोसा पूरी तरह खत्म हो जाए, चुनाव आयोग को खुद को सुरक्षित करना चाहिए.'