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विरोध के बाद अरविंद केजरीवाल ने शिक्षकों को जबरन बुलाने का आदेश लिया वापस

दिल्ली के सीएम के तौर पर अरविंद केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह में शिक्षकों के शामिल होने के मुद्दे पर दिल्ली सरकार बैकफुट पर आ गई है.

Updated on: 15 Feb 2020, 08:47 PM

नई दिल्‍ली:

दिल्ली के सीएम के तौर पर अरविंद केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह में शिक्षकों के शामिल होने के मुद्दे पर दिल्ली सरकार बैकफुट पर आ गई है. विरोध के बाद दिल्ली सरकार ने शिक्षकों की अनिवार्य उपस्थिति पर अपने कदम पीछे खींच लिए हैं. केजरीवाल सरकार ने अब शिक्षकों की अनिवार्य उपस्थिति को निमंत्रण में बदल किया है. नए फैसले के बाद रामलीला मैदान में शिक्षकों के प्रवेश के दौरान अटेंडेंस नहीं लगाए जाएंगे. 

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कांग्रेस और भाजपा (BJP) ने शपथ ग्रहण समारोह में सरकारी स्कूल के शिक्षकों को बुलाए जाने के मामले पर अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला था. कांग्रेस और भाजपा ने आरोप लगाया था कि अरविंद केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह के लिए दिल्ली के सरकारी स्कूलों को शिक्षकों को भेजने का आदेश दिया गया है, ताकि शपथ ग्रहण के दौरान भीड़ जुटाई जा सके. इसके बाद दिल्ली सरकार ने शपथ ग्रहण समारोह में शिक्षकों की अनिवार्य उपस्थिति के फैसले को वापस ले लिया है. 

बता दें कि रामलीला मैदान में दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में अरविंद केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह के मद्देनजर रविवार को बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था होगी. केजरीवाल लगातार तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में कल शपथ लेने जा रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि समारोह सुबह 10 बजे से शुरू होने वाला है और सुबह आठ बजे से लेकर दोपहर दो बजे तक इलाके में यातायात नियम लागू रहेंगे.

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उन्होंने बताया कि इस संबंध में दिल्ली पुलिस, सीआरपीएफ समेत अर्धसैनिक बलों के 2,000 से 3,000 कर्मी चाक-चौबंद सुरक्षा के लिए तैनात रहेंगे. निगरानी के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जाएगा. अधिकारियों ने बताया कि प्रत्येक चैनल के एक संवाददाता और एक कैमरामैन को कार्यक्रम कवर करने की इजाजत होगी. पुलिस ने शुक्रवार को यातायात प्रतिबंध के संबंध में परामर्श जारी किया है.

उन्होंने बताया कि रामलीला मैदान की ओर जाने वाली सभी सड़कें सीसीटीवी की निगरानी में हैं. मैदान के आसपास और प्रवेश द्वारों पर ‘मेटल डिटेक्टर’ उपकरण लगाए गए हैं. यातायात परामर्श में कहा गया है कि रविवार को कारों को सिविक सेंटर और उसके पीछे पार्क करना होगा. वहीं बसों को माता सुंदरी मार्ग, पावर हाउस मार्ग, वेलोड्रोम मार्ग, राजघाट पार्किंग, शांति वन पार्किंग और जरूरत के अनुसार राजघाट तथा समता स्थल में पार्क किया जा सकता है.

परामर्श में कहा गया है कि ओबी वैन जवाहरलाल नेहरू मार्ग, रामलीला मैदान के सामने और पीछे, मैदान के द्वार संख्या दो और कमला मार्केट के आस-पास पार्क किए जाएंगे. राजघाट चौक, दिल्ली गेट चौक, गुरु नानक चौक सहित कई अन्य मार्गों पर वाणिज्यिक वाहनों को आने-जाने की अनुमति नहीं होगी. आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में कुल 70 सीटों में 62 सीटों पर जीत दर्ज की है.