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गृहमंत्री अमित शाह ने ममता के 3 'टी' और मोदी के 3 'वी' मॉडल में बताया अंतर

गृहमंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के सीतलकुची और कालचिनी में शुक्रवार को आयोजित जनसभाओं के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधा.

Updated on: 02 Apr 2021, 11:28 PM

कोलकाता:

गृहमंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के सीतलकुची और कालचिनी में शुक्रवार को आयोजित जनसभाओं के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधा. गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में हुए पहले दो चरण के मतदान से यह स्पष्ट हो गया है कि तृणमूल कांग्रेस बुरी तरह हार रही है और भारतीय जनता पार्टी 60 में से 50 से अधिक सीटें भारी अंतर से जीत रही है. दीदी खुद नंदीग्राम से चुनाव हार रही हैं. गृहमंत्री अमित शाह ने इस दौरान ममता बनर्जी के 3 'टी' और मोदी के 3 'वी' मॉडल के अंतर को समझाया. गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, "ममता दीदी तीन 'टी' अर्थात तानाशाही, तोलाबजी और तुष्टिकरण के मॉडल पर सरकार चला रही हैं जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 'वी' अर्थात विकास, विश्वास और व्यापार के आधार पर सरकार चला रहे हैं.

गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, "ममता दीदी, पश्चिम बंगाल की जनता को डराती हैं कि खेला होबे. दीदी, हम आपके खेला से नहीं डरते हैं. आपको जितनी ताकत लगाना हो, लगा लीजिये, हमारे कार्यकर्ता टक्कर लेने के लिए तैयार खड़े हैं. दो चरणों के मतदान में बंगाल की मातृशक्ति ने ममता दीदी के गुंडों को उलटे पैर भगाया है."

गृहमंत्री ने कहा, "दीदी बंगाल की जनता के बजाय भतीजा कल्याण में विश्वास करती हैं जबकि पीएम मोदी पूरे बंगाल के कल्याण में विश्वास करते हैं. मुझे विश्वास है कि बंगाल की जनता भतीजा कल्याण वाली तृणमूल कांग्रेस की जगह बंगाल का कल्याण करने वाली भाजपा के पक्ष में मतदान करेगी."

उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में जनता को हर काम के लिए तृणमूल कांग्रेस के कैडरों को कट मनी देना पड़ता है चाहे वह घर बनाना हो, एडमिशन हो, जॉब हो या फिर कोई अन्य काम, लेकिन 02 मई को भाजपा सरकार बनने के बाद पश्चिम बंगाल की जनता को कोई कट मनी नहीं देना पड़ेगा.

गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, "दीदी, आपका पश्चिम बंगाल से जाने का समय आ गया है, अब आप बच नहीं सकतीं. ममता दीदी ने उत्तर बंगाल के साथ हमेशा अन्याय किया है, इसलिए दीदी को उत्तर बंगाल से डर लगता है. कूच बिहार कोलकाता से केवल 700 किमी की दूरी पर है, लेकिन दीदी के दिल से 7,000 किमी दूर है."