मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के बाद वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी ऐसी बात कही है, जिससे पार्टी नेताओं के होश उड़ गए हैं. सिंधिया की बात से टिकट के इंतजार में बैठे पार्टी नेताओं को करारा झटका लगा है. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को कहा था कि कुछ बाहरी नेताओं को टिकट दिया जा सकता है. इससे पहले कमलनाथ ने भी इसी तरह की बात कही थी. इससे माना जा रहा था कि टिकट वितरण में प्रदेश कांग्रेस के नेता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की बात नहीं मान रहे. बता दें कि राहुल गांधी ने कई बार कहा है कि पैराशूट नेताओं को पार्टी टिकट नहीं देगी.
पिछले हफ्ते कमलनाथ ने कहा था कि कांग्रेस आगामी चुनाव जीतने के लिए लड़ेगी. जहां कांग्रेस कमजोर है और बीजेपी से आने वाला व्यक्ति चुनाव जीतने की स्थिति में है तो ऐसे व्यक्ति को पार्टी अपना उम्मीदवार बनाएगी. दूसरी ओर, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भोपाल में कहा था कि जो व्यक्ति कांग्रेस के लिए जमीनी लड़ाई लड़ता है, उसे पार्टी उम्मीदवार बनाएगी, पैराशूट से आने वाले नेताओं को चुनाव में मौका नहीं दिया जाएगा.
अब वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी कमलनाथ की तरह ही बयान दिया है. उन्होंने कहा, ‘पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की बात सर्वोपरि है, लेकिन कुछ बाहरी नेताओं को चुनाव में मौका दिया जा सकता है. सवाल उठ रहे हैं कि क्या मध्य प्रदेश में पार्टी नेता राहुल गांधी की बातों को चुनाव के लिए मुफीद नहीं समझ रहे हैं? टिकट को लेकर इसी उठापटक से टिकट की घोषणा होने में देरी हो रही है.
भाजपा सांसद आलोक संजर कहते हैं कि कमलनाथ का बयान इस बात का संकेत है कि कांग्रेस के पास उम्मीदवार नहीं है, पार्टी बहुत कमजोर हो गई है, तभी तो वे भाजपा की ओर देख रहे हैं. राजनीति के जानकार कहते हैं कि राज्य में इस बार चुनाव सत्ताधारी दल बीजेपी और विपक्षी दल कांग्रेस के लिए आसान नहीं है. आगामी चुनाव उम्मीदवार आधारित होने वाला है, कांग्रेस के नेता कई वर्षों से अपनी उम्मीदवारी की तैयारी में लगे हैं, मगर कमलनाथ के इस बयान ने उन नेताओं को निराश करने का काम किया है जो राहुल गांधी के बयान से खुश थे, मगर कमलनाथ ने राहुल के ठीक उलट बयान देकर पार्टी के भीतर ही विरोधी स्वरों को जन्म देने का काम किया है.
Source : News Nation Bureau