महाराष्ट्र में देवेंद्र फड़णवीस की सरकार बन गई है. एनसीपी नेता अजीत पवार को डिप्टी सीएम बनाया गया है. शरद पवार शिवसेना की सरकार बनवाने में जिस शिद्दत से लगे थे, उससे लग रहा था कि शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की महाराष्ट्र में सरकार बन जाएगी. लेकिन परदे के पीछे कुछ और चल रहा था. शरद पवार के भतीजे अजीत पवार बीजेपी से डील कर रहे थे. उधर शरद पवार का कहना है कि अजीत पवार ने अपने फैसले के बारे में मुझे नहीं बताया.
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शरद पवार ने कहा, महाराष्ट्र सरकार बनाने के लिए भाजपा को समर्थन देने का अजीत पवार का निर्णय उनका व्यक्तिगत निर्णय है, न कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) का. दूसरी ओर, एनसीपी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने भी कहा, यह राकांपा का निर्णय नहीं है और इसमें शरद पवार साहब का समर्थन नहीं है.
महाराष्ट्र में सरकार बनाने की टाइमिंग को लेकर लोग अवाक रह गए. जिस दिन शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस नेता संयुक्त रूप से एक मंच पर आने वाले थे, राज्यपाल के पास जाकर दावा पेश करने वाले थे, उसी दिन सुबह 5:47 बजे राष्ट्रपति शासन हटाया गया और 8:09 बजे मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली.
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हालांकि समाचार एजेंसी ANI ने अपने सूत्रों के हवाले से कहा है, अजीत पवार NCP के संसदीय बोर्ड के नेता हैं और NCP का कोई भी फैसला शरद पवार की सहमति के बिना नहीं लिया जाता है. पिछले काफी दिनों से अजीत पवार मीडिया के कैमरों के सामने आ भी नहीं रहे थे. शरद पवार ही थे, जो दिल्ली से लेकर मुंबई एक किए हुए थे.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो