शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले कंप्‍यूटर बाबा दिगंबर अखाड़ा से निष्कासित

दिगंबर अखाड़े ने कंप्‍यूटर बाबा को निष्कासित कर दिया है. राजनैतिक गतिविधियों में सक्रियता और विवादित बयानों के चलते अखाड़ा परिषद ने यह कार्रवाई की है. कंप्‍यूटर बाबा दिगंबर अखाड़े के महामंडलेश्वर थे.

दिगंबर अखाड़े ने कंप्‍यूटर बाबा को निष्कासित कर दिया है. राजनैतिक गतिविधियों में सक्रियता और विवादित बयानों के चलते अखाड़ा परिषद ने यह कार्रवाई की है. कंप्‍यूटर बाबा दिगंबर अखाड़े के महामंडलेश्वर थे.

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Drigraj Madheshia
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शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले कंप्‍यूटर बाबा दिगंबर अखाड़ा से निष्कासित

कंप्‍यूटर बाबा

दिगंबर अखाड़े ने कंप्‍यूटर बाबा को निष्कासित कर दिया है. राजनैतिक गतिविधियों में सक्रियता और विवादित बयानों के चलते अखाड़ा परिषद ने यह कार्रवाई की है. कंप्‍यूटर बाबा दिगंबर अखाड़े के महामंडलेश्वर थे. बता दें  राज्यमंत्री पद से इस्तीफा दे चुके कंप्यूटर बाबा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. उनका आरोप है कि शिवराज के संरक्षण में नर्मदा में अवैध खनन चल रहा है.

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भारतवर्ष में पहली बार हुआ है जब अखाड़े से किसी संत को निष्कासित किया गया है यह एक दुख घटना है . यह कहना है मध्य प्रदेश को गौ संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष और राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त स्वामी अखिलेश्वर गिरी महाराज का. कंप्यूटर बाबा के निष्कासन पर स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरी महाराज का कहना है कि कंप्यूटर बाबा लगातार अमर्यादित बयानबाजी कर रहे थे लिहाजा यह जरूरी था कि उनका निष्कासन हो, लेकिन किसी साधु के निष्कासन पर वे दुखी भी है इसके साथ ही स्वामी अखिलेश्वरानंद ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा.

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ग्वालियर में कंप्यूटर बाबा ने संत समागम में शिवराज सरकार के खिलाफ मन की बात छेड़ी थी . इसमें संतों का कहना था कि नर्मदा से लेकर गंगा और यमुना में प्रदूषण बढ़ता जा रहा है मोदी जी यमुना का एक गिलास पानी पीकर दिखाएं तो हमारी पवित्र नदियों की बदहाल सूरत समझ में आ जाएगी. कंप्यूटर बाबा कभी शिवराज की सरकार में दर्जा प्राप्त मंत्री थे. उन्होंने नर्मदा में हो रहे अवैध उत्खनन को रोकने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कहा तो सीएम ने उन्हें मंत्री का दर्जा दे दिया. बाबा अभी महज 5 महीने ही अपने पद पर रह पाए थे कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया और सरकार के खिलाफ संत समाज को इकट्ठा कर लिया. 30 अक्टूबर को ग्वालियर में कोटेश्वर मंदिर के पास संत समागम में कंप्यूटर बाबा ने अपने मन की बात कहने के लिए लगभग दो हजार से ज्यादा संतो को आमंत्रित किया. हालांकि सब तो अपने मन की बात नहीं कह पाए लेकिन जितने भी संत बोले उन्होंने शिवराज सरकार पर जमकर जमकर निशाना साधा था.

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चेकिंग के दौरान एक वाहन से 1.10 करोड़ रुपए जब्त

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राजधानी के पंडरी इलाके से पुलिस ने चेकिंग के दौरान एक वाहन से 1.10 करोड़ रुपए जब्त किए हैं. ये पैसे राजधानी के व्यापारी से पुष्पराज भूरा से बरामद किए गए हैं. वहीं रायपुर पुलिस ने हीरा एग्रीकल्चर फर्म  के मालिक संतोष गोयल के पास से ₹50 लाख कैश जब्‍त किए हैं. गोयल बता नहीं पा रहें है ये पैसे वह कहां से लाए और कहां लेकर जा रहा रहे थे. पुलिस ने आयकर विभाग को पूरा मामला सौंप दिया है.

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रायपुर के साड़ी व्यावसायी पुरुषोत्तम भूरा ने पंडरी थाना में कल साढ़े 72 लाख रुपये चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई थी. इस शिकायत के आधार पर जब पुलिस ने अपनी जांच आगे बढ़ाई और व्यापारी से पूछताछ की, तो व्यापारी ने जमीन बेचकर इतनी बड़ी रकम जुटाने की बात कही. व्यापारी ने ये भी कहा कि वो रकम अपने घर में रखा था, जिसमें से 72.50 लाख रुपये चोरी हो गए. पुलिस ने इस मामले में चोरी के एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया है, जिसके पास से साढ़े 72 लाख रुपये की जब्ती कर ली है, वहीं व्यापारी के पास से साढ़े 37 लाख रुपये बरामद किये हैं. पुलिस ने इसम मामले को जांच केलिए इनकम टैक्स विभाग के सुपूर्द कर दिय है.

Source : News Nation Bureau

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