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राजनीति में दिग्‍विजय सिंह को धूल चटाने की इच्‍छा, मौका मिला तो रगड़ दूंगी: साध्‍वी प्रज्ञा

देश की सबसे बड़ी बहस NN Conclave में साध्‍वी प्रज्ञा ठाकुर ने बड़ी बात कही.

Updated on: 26 Mar 2019, 04:49 PM

नई दिल्ली:

देश की सबसे बड़ी बहस NN Conclave में साध्‍वी प्रज्ञा ठाकुर ने बड़ी बात कही. उन्‍होंने राजनीति में आने की इच्‍छा जताते हुए कहा- अगर मौका मिला तो राजनीति में आकर कांग्रेस नेता दिग्‍विजय सिंह को धूल चटाऊंगी. वे दिग्‍विजय सिंह से जुड़े एक सवाल का जवाब दे रही थीं. उन्‍होंने कहा- मैं राजनीति में नहीं हूं, जो राजनीति करता है, उसे हमेशा डर रहता है कि मेरी कुर्सी न चली जाए.

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साध्वी प्रज्ञा ने कहा, मेरी पूर्ण इच्‍छा है कि मैं दिग्‍विजय सिंह को राजनीति में मात दूं. ऐसे दुश्‍मन जिन्‍होंने भगवा को आतंक बोल दिया, हिन्‍दू को आतंक कह दिया, ऐसे लोगों को पराजित करने का मन है. मैं भगवा वस्‍त्र पहनी हूं, इसका मतलब है कि अपना सब कुछ त्‍यागकर सामाजिक दायित्‍व को निभाऊं. ऐसा विधर्मी, जिसने भगवा आतंक बोलकर भारत को आतंकवादी देश कहने का दुस्‍साहस किया, वो धर्म का दुश्‍मन है. उससे बुरा व्‍यक्‍ति कोई नहीं हो सकता. वो देश का भी दुश्‍मन है. उन्‍होंने कहा, दिग्‍विजय सिंह ने दस साल तक शासन किया, उसके बाद उमा भारती जी ने उसे ऐसा परास्‍त किया कि वो चुनाव लड़ने का साहस ही नहीं कर सका.

असीमानंद से जुड़े एक सवाल के जवाब में उन्‍होंने कहा- अज्ञानी लोग राम को समझने की क्षमता नहीं रखते. विधर्मी राम को नहीं जान पाते हैं. यहां तो लोगों को जीवन का लक्ष्य मालूम ही नहीं. मैं चाहती हूं कि लोग अपने आप को इतना बलवान बनाएं कि दुश्मन कभी पलटवार न करे. उन्‍होंने कहा- कभी भी ऐसा बता दीजिए कि मैंने किसी भी अल्‍पसंख्‍यक को गाली दी हो, कभी अल्‍पसंख्‍यक को मारा हो, असामाजिक तत्‍व कोई भी हो सकता है. हम हिन्‍दुओं को इतनी छूट नहीं देते, तो अल्‍पसंख्‍यकों को छूट नहीं मिल सकता.

असीमानंद से जुड़े सवाल पर साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा, स्वामीजी अगर ऐसे होते तो वह इतने केसों में बरी नहीं होते. जब भी किसी संन्यासी का वध हुआ हूं उसका अंत होगा. अब कांग्रेस का भी अंत होगा. एक सरपंच ने कहा था कि जिस दिन हेमंत करकरे मरा था तो लोगों ने गुड़ बांटा था और खाया था. आतंकवाद का अंत सिर्फ राष्ट्रवाद है. राष्ट्रवाद का दमन करोगे तो बुरी तरह मरोगे. सेना पर सवाल उठाने वाले देशद्रोही हैं. कांग्रेस देशभक्तों को कुचलने का काम करती है. सबूत मांगना सेना का अपमान है. भारत का न आदि है और न ही अंत. कांग्रेस राम का विरोध करती है. अगर पाकिस्तान नहीं होगा तो भारत अखंड होगा.

साध्‍वी प्रज्ञा बोलीं- मीडिया के सामने मैं बहुत कम आती हूं.  मैं 16 साल की थी तब से राष्‍ट्र की सेवा में चली आई. हमारा जो रिकॉर्ड है वो ईश्‍वर जानता है, मीडिया में नहीं मिलेगा. 13 दिन गैर कानूनी तरीके से रखा गया, मेरे मुंह पर बुर्का डालने की कोशिश की गई. मुझे टॉर्चर किया. वह असफल रहे क्योंकि हमने देश के विरोध में नहीं बोला.

राहुल गांधी से जुड़े सवाल के जवाब में साध्‍वी बोलीं- राहुल गांधी में संस्‍कार आ जाए तो मुझे बहुत खुशी होगी. जैसे रावण ने साधु के वेश में सीता को हरा था, उसी तरह यहां किया जा रहा है. इतने साल से शासन करके देश को लूटकर ले गया.