Digital Arrest: डिजिटल अरेस्ट क्या होता है, कैसे चली जाती है किसी की जान?

Digital Arrest: इन दिनों डिजिटल अरेस्ट एक शब्द काफी सोशल मीडिया पर देखने को मिल रहा है. हाल में ऐसे कई केस देखने को मिले हैं जिसमें डिजिटल अरेस्ट का शिकार किया है.

author-image
Priya Gupta
New Update
Digital Arrest

Photo-social media

Digital Arrest: इन दिनों डिजिटल अरेस्ट एक शब्द काफी सोशल मीडिया पर देखने को मिल रहा है. हाल में ऐसे कई केस देखने को मिले हैं जिसमें डिजिटल अरेस्ट का शिकार किया है. सबसे ताजा मामला ये था कि CMD एस.पी. ओसवाल का जिसे डिजिटल अरेस्ट कर ₹7 करोड़ ठग लिए गए थे. इसके बाद एक मामला आगरा से आया था जब एक महिला की मौत हो गई जब उसके पास एक फर्जी कॉल आया था उसकी बेटी सेक्स रैकेट में फंसी गई थी. डर और चिंता के कारण हार्ट अटैक के कारण उनकी जान चली गई. चलिए जानते हैं क्या होता है डिजिटल अरेस्ट.

Advertisment

डिजिटल अरेस्ट का मतलब 

डिजिटल अरेस्ट का मतलब है कि किसी व्यक्ति की डिजिटल एक्टिविटी पर प्रतिबंध लगाना है. खासकर सोशल मीडिया पर बढ़ते यूज को देखते हुए फॉर्ड भी बढ़ा है. ये फॉर्ड का लेवल इतना ज्यादा बुरा हो गया है कि अब लोगों की जान जाने लगी है. इसमें सोशल मीडिया अकाउंट्स को बंद करना, ईमेल अकाउंट्स को डिएक्टिव करना, या किसी भी तरह की डिजिटल संपत्ति को रोकना शामिल हो सकता है.सामने वाले को डरा देना. यह आमतौर पर तब होता है जब किसी व्यक्ति पर कोई कानूनी कार्रवाई की जाती है या उसकी गतिविधियां संदिग्ध मानी जाती हैं. एक कॉल से आपकी पूरी जिदंगी बदल सकती है अगर आप सावधान नहीं रहेंगे. स्कैमर आपको पूरी तरह से डराने की कोशिश करते हैं और आपका डर ही उनके मकस्द को पूरा करता है.

डिजिटल अरेस्ट के कई कारण हो सकते हैं

किसी व्यक्ति को फर्जी पुलिस बनकर या सीबीआई, कस्टम ऑफिसर जैसे कॉल आने पर सामने वाले को झूठ बोलकर डरा देना. कई बार पुलिस स्टेशन और फर्जी आईडी कार्ड भी बनाकर कॉल करते हैं. सामने वाले इंसान को इतनी सच्चाई से चीजे बताई जाती है कि वह झूठ को भी सच समझकर उसके सांझे में आ जाता है. ये कॉल किसी भी तरह के हो सकते हैं, दोस्त मुसिबत में है, मां का एक्सीडेंट हो गया है, भाई थाने में है, जैसे फर्जी कॉल कर आपको डराने की पूरी कोशिश की जाती है.

बचाव के उपाय

डिजिटल अरेस्ट से बचने के लिए, आपको सावधानी और जागरूकता रखनी होगी. केवल इसी से आप बच सकते हैं. जब ऐसा कोई कॉल आए तो आप डरने और परेशान होने के बदले आपको वेरिफिकेशन करना है. अगर आपके साथ पैसे का फॉर्ड हुआ है तो सबसे पहले आपको पुलिस में शिकायत दर्ज करनी है. कोशिश करें जितना हो सके टेक्निकल चीजों से दूर रहे.

ये भी पढ़ें-UP Police Result Date: इस दिन जारी होगा यूपी कांस्टेबल परीक्षा का रिजल्ट, सीएम ने दी जानकारी

ये भी पढ़ें-MP कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के लिए फिजिकल टेस्ट में हुए बदलाव, अब नंबरों से जारी होगी मेरिट लिस्ट

Digital arrest scam digital arrest case Digital Arrest news in hindi what is Digital Arrest Digital Arrest
      
Advertisment