QS Ranking: IIT Bombay रोजगार देने में बेस्ट IIT Delhi दूसरे नंबर पर
क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सिटी सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग में आईआईटी बॉम्बे भारत में टॉप, उच्च शिक्षण संस्थान चुना गया है. क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सिटी सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग ने रोजगार देने, सामाजिक सरोकार के विषयों और पर्यावरण पर बेहतर कार्य करने के लिए के लिए आईआईटी बॉम्बे को भारत का नंबर वन उच्च शिक्षण संस्थान चुना है. आईआईटी बॉम्बे की रैंक 281- 300 के बीच आई है. इसके अलावा आईआईटी बॉम्बे रोजगार देने वाले विश्व के टॉप 100 संस्थानों में भी शामिल हुआ है.
नई दिल्ली:
क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सिटी सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग में आईआईटी बॉम्बे भारत में टॉप, उच्च शिक्षण संस्थान चुना गया है. क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सिटी सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग ने रोजगार देने, सामाजिक सरोकार के विषयों और पर्यावरण पर बेहतर कार्य करने के लिए के लिए आईआईटी बॉम्बे को भारत का नंबर वन उच्च शिक्षण संस्थान चुना है. आईआईटी बॉम्बे की रैंक 281- 300 के बीच आई है. इसके अलावा आईआईटी बॉम्बे रोजगार देने वाले विश्व के टॉप 100 संस्थानों में भी शामिल हुआ है.
क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सिटी सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग में भारत में दूसरे नंबर पर आईआईटी दिल्ली है. आईआईटी दिल्ली को की वैश्विक रैंक 321 से 340 के बीच है. आईआईटी दिल्ली, रोजगार और पर्यावरण के लिए भारतीय संस्थानों में दूसरे नंबर पर आया है. क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सिटी सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों में तीसरे नंबर पर रखा गया है.
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) को लैंगिक समानता और समाज की अन्य असमानताओं को दूर करने के कारण इस अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में स्थान मिला है. दिल्ली विश्वविद्यालय की बात की जाए तो दिल्ली विश्वविद्यालय भारतीय विश्वविद्यालयों की प्रतिस्पर्धा में चौथे स्थान पर है. दिल्ली विश्वविद्यालय ने भारतीय एवं विदेशी शिक्षण संस्थानों के साथ रिसर्च के क्षेत्र में बेहतर कार्य एवं सहयोग किया है. इसके साथ ही एकेडमिक फ्रीडम के कारण दिल्ली विश्वविद्यालय भारतीय शिक्षण संस्थानों में चौथे स्थान पर है.
वर्ष 2023 के लिए क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सिटी सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग हर बार की तरह इस बार भी लंदन में जारी की गई है. रैंकिंग में अमेरिका की कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी वल्र्ड की टॉप यूनिवर्सिटी घोषित की गई है. क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सिटी सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग में टोरेंटो यूनिवर्सिटी दूसरे स्थान पर और ब्रिटिश कोलबिंया यूनिवर्सिटी तीसरा स्थान पर है.
मौजूदा वल्र्ड यूनिवर्सिटी क्यूएस रैंकिंग में अमेरिका की 135 यूनिवर्सिटीज को स्थान मिला है. वल्र्ड यूनिवर्सिटी क्यूएस रैंकिंग में अमेरिकी विश्वविद्यालयों का 19.2 फीसदी हिस्सा है. इस रैंकिंग में अमेरिका की 30 यूनिवर्सिटी टॉप 100 में शामिल हैं. वहीं दूसरे नंबर पर ब्रिटेन के कुल 67 विश्वविद्यालय शामिल हैं. अमेरिका और इंग्लैंड के बाद ऑस्ट्रेलिया टीम एवं जर्मनी इस रैंकिंग में सबसे आगे हैं.
वल्र्ड यूनिवर्सिटी क्यूएस रैंकिंग में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के बेहतर प्रदर्शन से विश्वविद्यालय के छात्र एवं शिक्षक उत्साहित हैं. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर शांतिश्री डी. पंडित ने वल्र्ड यूनिवर्सिटी क्यूएस रैंकिंग पर कहां कि, डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर और प्रधानमंत्री मोदी के सपने को पूरा करने पर वह जेएनयू के छात्रों और शिक्षकों को बधाई देती हैं. जेएनयू को 361- 400 रैंक मिला है.
वहीं क्वालिटी ऑफ लाइफ व स्वास्थ्य पर फोकस कर रहे आईआईटी खड़गपुर को वल्र्ड यूनिवर्सिटी क्यूएस रैंकिंग 551-600 के स्लॉट में स्थान हासिल हुआ है. आईआईटी खड्गपुर को रिसर्च के लगातार और नियमित प्रयासों में सबसे अधिक अंक हासिल हुए हैं. आईआईटी खड़गपुर में लाइफस्टाइल और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए कई खास शुरूआती की गई हैं. इन क्षेत्रों पर आईआईटी खड़गपुर में की जा रही रिसर्च को वैश्विक स्तर पर भी सराहा गया है. क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सिटी सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग में आईआईटी रुड़की व आईआईटी 451-500 रैंक पर हैं.
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