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QS एशिया रैंकिंग एक पायदान फिसला IIT Delhi पर अभी दूसरा नंबर पर कायम

भारत के 19 विश्वविद्यालय क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग की टॉप 200 की लिस्ट में शामिल हुए हैं. क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग में जगह बनाने वाले भारतीय विश्वविद्यालयों की यह अब तक की सबसे अधिक संख्या है. हालांकि इस बार आईआईटी दिल्ली अपने पुराने प्रदर्शन को नहीं दोहरा सका और पिछले वर्ष के मुकाबले एक पायदान नीचे खिसक गया है. बावजूद इसके आईआईटी दिल्ली अभी भी देश का दूसरा सबसे बेहतरीन संस्था बना हुआ है.

Updated on: 09 Nov 2022, 05:31 PM

नई दिल्ली:

भारत के 19 विश्वविद्यालय क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग की टॉप 200 की लिस्ट में शामिल हुए हैं. क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग में जगह बनाने वाले भारतीय विश्वविद्यालयों की यह अब तक की सबसे अधिक संख्या है. हालांकि इस बार आईआईटी दिल्ली अपने पुराने प्रदर्शन को नहीं दोहरा सका और पिछले वर्ष के मुकाबले एक पायदान नीचे खिसक गया है. बावजूद इसके आईआईटी दिल्ली अभी भी देश का दूसरा सबसे बेहतरीन संस्था बना हुआ है.

आईआईटी की बात की जाए तो आईआईटी बॉम्बे क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग में 40वें स्थान पर रह कर देश का शीर्ष विश्वविद्यालय है. भारत के लिए आईआईटी बॉम्बे शीर्ष पर है और एशिया की रैंकिंग में 40 वें स्थान पर रहा. वहीं इस रैंकिग में आईआईटी दिल्ली 46वें स्थान पर है. इस बार रैंकिंग में आईआईटी दिल्ली को एक पायदान का नुकसान हुआ है पिछली बार की रैंकिंग में आईआईटी दिल्ली 45वें नंबर पर था.

आईआईटी दिल्ली के बाद इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु में अपना स्थान बनाया है. इस वल्र्ड रैंकिंग में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु को 52वां स्थान मिला. इसके उपरांत आईआईटी मद्रास इस रैंकिंग में 53वें स्थान पर है. भारत के विभिन्न आईआईटी संस्थानों ने क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग में अच्छा प्रदर्शन किया है. इसी क्रम में आईआईटी खड़गपुर को 61वें स्थान पर है और आईआईटी कानपुर को 66वां स्थान मिला है. आईआईटी रुड़की इस लिस्ट में 114वें स्थान पर है.

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय यानी जेएनयू को एशिया की रैंकिंग में टॉप 200 में से 119वां स्थान मिला है, जबकि आईआईटी गुवाहाटी 124वें और वीआईटी वेल्लोर 173वें स्थान पर है. वहीं जामिया मिलिया इस्लामिया की बात की जाए तो एशिया के टॉप 200 विश्वविद्यालयों में जामिया 188 वें स्थान पर है.

इससे पहले अक्टूबर महीने के अंत में जारी की गई क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सिटी सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग में भी आईआईटी बॉम्बे भारत का टॉप, उच्च शिक्षण संस्थान चुना गया है. क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सिटी सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग ने रोजगार देने, सामाजिक सरोकार के विषयों और पर्यावरण पर बेहतर कार्य करने के लिए के लिए आईआईटी बॉम्बे को भारत का नंबर वन उच्च शिक्षण संस्थान चुना था. इस रैंकिंग में आईआईटी बॉम्बे की रैंक 281- 300 के बीच आई है. इसके अलावा आईआईटी बॉम्बे रोजगार देने वाले विश्व के टॉप 100 संस्थानों में भी शामिल हुआ है.

क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सिटी सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग में भारत में दूसरे नंबर पर आईआईटी दिल्ली है. आईआईटी दिल्ली को की वैश्विक रैंक 321 से 340 के बीच है. आईआईटी दिल्ली, रोजगार और पर्यावरण के लिए भारतीय संस्थानों में दूसरे नंबर पर आया है. क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सिटी सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों में तीसरे नंबर पर रखा गया था.

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) को लैंगिक समानता और समाज की अन्य असमानताओं को दूर करने के कारण इस अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में स्थान मिला है. दिल्ली विश्वविद्यालय की बात की जाए तो दिल्ली विश्वविद्यालय भारतीय विश्वविद्यालयों की प्रतिस्पर्धा में चौथे स्थान पर था. दिल्ली विश्वविद्यालय ने भारतीय एवं विदेशी शिक्षण संस्थानों के साथ रिसर्च के क्षेत्र में बेहतर कार्य एवं सहयोग किया है. इसके साथ ही एकेडमिक फ्रीडम के कारण दिल्ली विश्वविद्यालय भारतीय शिक्षण संस्थानों में चौथे स्थान पर है.