भारत दुनिया में सबसे बड़े और सबसे तेजी से बढ़ते मोबाइल और इंटरनेट उपयोगकर्ताओं में से एक है, लेकिन इनमें से अधिकांश उपयोगकर्ता अंग्रेजी भाषा से बहुत परिचित नहीं हैं. ऐसे में विभिन्न भारतीय भाषाओं में इंटरनेट डोमेन के निर्माण और उपयोग पर चर्चा करना और उसे लोकप्रिय बनाना उचित हो जाता है, ताकि भारतीय जनता के लिए नए अवसर खुल सकें. इसी को देखते हुए आईआईटी-गांधीनगर, इंडिया इंटरनेट गवर्नेस फोरम के प्री-इवेंट की मेजबानी करने जा रहा है. इस वर्ष प्री-आईआईजीएफ कार्यक्रम का विषय बहुभाषी इंटरनेट है.
आईआईटी का कहना है कि इस वर्चुअल और ओपन-फॉर-ऑल इवेंट में उद्योग और शिक्षा जगत से कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग, डेटा विज्ञान और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के प्रख्यात विषय विशेषज्ञों के कई विद्वत्तापूर्ण वार्ता सत्रों का आयोजन किया गया है.
आईआईटी ने इस विषय में जानकारी देते हुए बताया कि विभिन्न विषयों के बड़े विशेषज्ञ बहुभाषी इंटरनेट यानी मल्टीलिंगुअल इंटरनेट के विषय में जानकारी प्रदान कर रहे हैं. डेटा इंजेनियस ग्लोबल लिमिटेड के संस्थापक और सीईओ डॉ. अजय डाटा यूनिवर्सल एक्सेप्टेंस (यूए) एंड इट्स कवरेज के बारे में बात करने जा रहे हैं.
वहीं आईआईटी-गांधीनगर के इस महत्वपूर्ण मंच से महेश कुलकर्णी, संस्थापक सीटीओ, एवारिस सिस्टम्स एलएलपी, यूनिवर्सल एक्सेप्टेंस - ए फंडामेंटल रिक्वायरमेंट फॉर मल्टीलिंगुअल इंटरनेट पर व्याख्यान देने जा रहे हैं. इनके अलावा आईआईटी-गांधीनगर के निदेशक प्रोफेसर रजत मूना, निदेशक जोकि एक प्रमुख कंप्यूटर वैज्ञानिक भी हैं, उन्होंने छात्रों को इंटरनेट और स्थानीय भाषा के माध्यम से स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाने के विषय पर एक महत्वपूर्ण व्याख्यान दिया.
आईआईटी-गांधीनगर का कहना है कि देशभर के कंप्यूटर विज्ञान के छात्रों, पेशेवरों, शोधकर्ताओं और इंटरनेट उत्साही लोगों को इस वेबिनार के माध्यम से कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आमंत्रित थे. देशभर के विभिन्न स्थानों से कंप्यूटर साइंस के एक्सपर्ट और छात्रों ने इस कार्यक्रम से जुड़कर अपना ज्ञान बढ़ाने का प्रयास किया है.
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Source : IANS