दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश शुरू, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का होगा इस्तेमाल
दिल्ली विश्वविद्यालय के अंडर ग्रैजुएट कोर्सेज के लिए 2 अगस्त से आवेदन शुरू हो गए हैं. यानी सोमवार से एडमिशन की शुरुआत हो गई है. जिससे कोरोना गाइडलाइंस को देखते हुए विशेष रणनीति के साथ अंजाम दिया जा रहा है.
highlights
- दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश परीक्षाएं शुरू
- एडमिशन प्रक्रिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का होगा प्रयोग
- स्पेशल कोटा के लिए अलग रिजर्वेशन
नई दिल्ली:
इस बार सीबीएससई के एग्जाम कोरोना के चलते नहीं हो पाए और तय फॉर्मेट के आधार पर नंबर दिए गए हैं. लिहाजा 99% से ज्यादा बच्चे पास हैं और 70 हज़ार स्टूडेंट तो ऐसे हैं जिनके 95% से अधिक अंक आए, लगभग यही हालात राज्यों के एजुकेशन बोर्ड का भी है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि इस बार मिशन एडमिशन बीते सालों की तुलना में ज्यादा मुश्किल साबित हो सकता है और कट ऑफ लिस्ट भी 100% के करीब रह सकती है. ऐसे में दिल्ली विश्वविद्यालय में एडमिशन का प्रोसेस क्या रहने वाला है, यह विचार का विषय है.
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दिल्ली विश्वविद्यालय में हुए ये बदलाव
दिल्ली विश्वविद्यालय में इस बार अंडर ग्रैजुएट कोर्स में तीन अतिरिक्त सब्जेक्ट जोड़े गए हैं. यहां एडमिशन के लिए कुल 91 कॉलेजों में लगभग 70 हज़ार सीटें उपलब्ध हैं. हर साल दिल्ली विश्वविद्यालय के लिए तीन से चार लाख स्टूडेंट फॉर्म भरते हैं. एडमिशन फॉर्म में इस बार यह भी पूछा गया है कि स्टूडेंट वैक्सीनेटेड है या नहीं? दिल्ली विश्वविद्यालय की शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक स्टाफ में लगभग 80% का टीकाकरण हो चुका है. ऐसे में छात्रों से भी पूछा जा रहा है कि क्या उन्होंने वैक्सीन लगवाई है या नहीं ? जिससे आने वाले वक्त में ऑनलाइन के साथ-साथ क्लासरूम स्टडी को भी शुरू किया जा सके. जिसमें सबसे पहले पुस्तकालयों और प्रयोगशालाओं को खोले जाने की योजना है. साथ ही दाखिले की दौड़ में कहीं महामारी का संक्रमण न फैल जाए इसलिए पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी. जिसके लिए विशेष वॉलंटियर ग्रुप बनाया गया है और छात्रों की परेशानी को दूर करने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल भी किया जा रहा है.
पहली बार एडमिशन प्रक्रिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग
एडमिशन प्रक्रिया में पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग होगा. इस बार स्टूडेंट अपने सवाल चैट-बॉट से पूछ सकते हैं. दिल्ली यूनिवर्सिटी में 31 अगस्त तक एडमिशन के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है. इसके बाद 7 दिनों में आवेदनों की स्क्रुटनी की जाएगी. दिल्ली विश्वविद्यालय की पहली कट ऑफ लिस्ट 8 सितंबर तक आ सकती है. एडमिशन की यह प्रक्रिया सितंबर महीने में खत्म हो जाएगी. इस बार विश्वविद्यालय प्रशासन ने 5 कट ऑफ लिस्ट जारी करने की योजना बनाई है. दिल्ली विश्वविद्यालय इस बार 1 अक्टूबर से नया शैक्षणिक-सत्र शुरू कर सकता है.
स्पेशल कोटा के लिए अलग रिजर्वेशन
दिल्ली यूनिवर्सिटी में सांस्कृतिक कार्यक्रमों और खेलों में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं के लिए रिजर्वेशन को अलग तरीके से लिया है. जिसके तहत वह अपने 4 साल के बेस्ट ऑफ थ्री सर्टिफिकेट एडमिशन प्रक्रिया में अपलोड करवा सकते हैं. एडमिशन प्रक्रिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग भी पहली बार किया गया है. दिल्ली यूनिवर्सिटी के चेयरमैन एडमिशन, प्रोफेसर राजीव गुप्ता ने कहा कि अगर गृह मंत्रालय की गाइडलाइन में उच्च शिक्षा संस्थानों को खोलने की इजाजत मिल जाती है, तो दिल्ली विश्वविद्यालय की कोशिश है कि 1 अक्टूबर से जिस नए सत्र की शुरुआत कर दी जाए, उसमें सबसे पहले उन छात्रों को क्लासरूम स्टडी की इजाजत मिल जाए, जिन का टीकाकरण पूरा हो चुका है, इसीलिए पहली बार एडमिशन फॉर्म में वैक्सीन का कॉलम भी दिया गया है. हालांकि टीकाकरण होने या नहीं होने का असर एडमिशन की प्रक्रिया पर नहीं पड़ेगा.
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