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Today History: स्वतंत्र भारत में संसद का पहला सत्र बुलाया गया, पढ़ें 13 मई का इतिहास

स्वतंत्र भारत का पहला संसद सत्र 13 मई, 1952 से बुलाया गया था. तीन अप्रैल, 1952 को पहली बार उच्च सदन यानी राज्यसभा का गठन किया गया और इसका पहला सत्र 13 मई, 1952 को आयोजित किया गया.

Updated on: 14 May 2021, 07:35 AM

नई दिल्ली:

13 मई का इतिहास  (13 May 2021 Today History) - इतिहास से अच्छा शिक्षक कोई दूसरा हो नहीं सकता. इतिहास (History) सिर्फ अपने में घटनाओं को नहीं समेटे होता है बल्कि इन घटनाओं से भी आप बहुत कुछ सीख सकते हैं. इसी कड़ी में जानेंगे आज 13 मई को देश-दुनिया में क्या हुआ था, कौन सी बड़ी घटनाएं घटी थीं जिसने इतिहास (History) के पन्नों पर अपना प्रभाव छोड़ा. जानेंगे, आज के दिन जन्में खास व्यक्तियों के बारे में और बात करेंगे उनकी जो दुनिया से इस दिन विदा होकर चले गए. स्वतंत्र भारत का पहला संसद सत्र 13 मई, 1952 से बुलाया गया था. तीन अप्रैल, 1952 को पहली बार उच्च सदन यानी राज्यसभा का गठन किया गया और इसका पहला सत्र 13 मई, 1952 को आयोजित किया गया. इसी तरह 17 अप्रैल, 1952 को पहली लोकसभा का गठन किया गया जिसका पहला सत्र 13 मई, 1952 को आयोजित किया गया.

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आज की महत्वपूर्ण घटनाएं-

1830- इक्वाडोर गणराज्य की स्थापना, जुआन जोस फ्लोरेंस पहले राष्ट्रपति बने.

1846- अमेरिका और मैक्सिको के बीच पिछले एक साल से टैक्सस को लेकर चल रहे तनाव के बीच कांग्रेस ने अपने इस पड़ोसी देश के खिलाफ युद्ध का ऐलान किया.

1905- भारत के पूर्व राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद का जन्म.

1952- स्वतंत्र भारत में संसद का पहला सत्र बुलाया गया.

1960- मैक्स इसेलीन के नेतृत्व में स्विटजरलैंड का एक खोजी दल हिमालय में धौलागिरी पर्वत शिखर पर पहुंचा.

1962- सर्वपल्ली राधाकृष्णन देश के दूसरे राष्ट्रपति बने.

1978- देश का पहला ध्वजवाहक जहाज आईएनएस दिल्ली सेवामुक्त हुआ.

1981- पोप जॉन पॉल द्वितीय को तुर्की के एक नागरिक ने वेटिकन सिटी के सेंट पीटर्स स्क्वेयर में गोली मार दी. पोप इस हमले में गंभीर रूप से घायल हुए.

1995- ब्रिटेन की एक महिला, जो दो बच्चों की मां थी, ने शेरपाओं की मदद और आक्सीजन के बिना एवरेस्ट फतह करने के कारनामे को अंजाम दिया.

1998- विश्व भर की आलोचना और दबाव की परवाह न करते हुए भारत ने दो और परमाणु परीक्षण किए.

2001- भारतीय साहित्‍य जगत के सबसे बड़े नामों में से एक आर के नारायण का निधन.

2009- यूरोपीय आयोग ने कंप्यूटर चिप बनाने वाली कंपनी इंटेल पर प्रतिद्वंद्वी कंपनी के प्रति गलत व्यावसायिक नीतियां अपनाने पर एक अरब यूरो से अधिक का इतिहास का सबसे बड़ा जुर्माना लगाया.