logo-image

ब्रिटिश कॉउंसिल की मदद से अंग्रेजी बोलना सीखेंगे दिल्ली के छात्र, बच्चों की बढ़ेगी सॉफ्ट स्किल

दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग परसैनिलिटी डेवलेपमेंट और स्पोकन इंग्लिश की ऑनलाइन क्लास चलाएंगे, ताकि बच्चे अपने खाली समय का सदुपयोग कर सकें.

Updated on: 03 May 2020, 02:13 PM

नई दिल्ली:

ब्रिटिश कॉउंसिल और मैकमिलन एजुकेशन के सहयोग से 'प्रतिदिन इंग्लिश' (English Speaking) और 'पर्सनैलिटी डेवलपमेन्ट क्लास' चलाई जाएगी. यह क्लास दिल्ली के सरकारी स्कूलों की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के पूरा होने और रिजल्ट के इंतजार में लगे बच्चों के लिए है. इससे बच्चों की सॉफ्ट स्किल बढ़ेगी. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने शनिवार को कहा, दिल्ली के 10वीं के करीब 1,60,000 और 12वीं के 1,12,000 बच्चे बोर्ड परीक्षा के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं. दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग परसैनिलिटी डेवलेपमेंट और स्पोकन इंग्लिश की ऑनलाइन क्लास चलाएंगे, ताकि बच्चे अपने खाली समय का सदुपयोग कर सकें.

यह भी पढ़ें- बिहार : कोरोना वॉरियर्स के सम्मान में वायुसेना ने बरसाए फूल

 इंग्लिश बोलने की कला पर काम करने की भी जरूरत

सिसोदिया ने शिक्षा विभाग के सलाहकारों, अधिकारियों, शिक्षकों, अभिभावकों और बच्चों के साथ शनिवार को एक बैठक की. बैठक के बाद सिसोदिया ने कहा, हमने 9वीं क्लास के बच्चों के लिए ऑनलाइन मैथ्स की क्लास शुरू की है, जो बच्चों में भय को कम करेगा, लेकिन इंग्लिश बोलने की कला पर काम करने की भी जरूरत है. एक भी बच्चा ऐसा नहीं होना चाहिए, जिसमें यह हीनभावना हो कि वह अच्छे तरीके से संवाद नहीं कर सकता है. हिंदी हमारी भाषा है, शिक्षा का माध्यम भी हिंदी है, लेकिन यह समझने की जरूरत है कि हम अंग्रेजी के महत्व को कम नहीं आंक सकते हैं.

यह भी पढ़ें- कोटा में फंसे करीब 500 छात्र 40 बसों में सवार होकर दिल्ली पहुंचे

रे कोर्स को दो भागों में बांटा गया 

भविष्य में राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हमारे बच्चों में भाषा पर नियंत्रण होना चाहिए. कोर्स की प्रकृति और स्थिति के बारे में ब्रिटिश काउंसिल और मैकमिलन एजुकेशन के प्रतिनिधि ने कहा कि "इस पूरे कोर्स को दो भागों में बांटा गया है. पहला वह है, जो बच्चों को रोजाना प्रयोग में आने वाली इंग्लिश के बारे में जानकारी देगा. जबकि दूसरे भाग में बच्चों के पर्सनालिटी डेवलपमेंट पर काम किया जाएगा. जिसमें बच्चों को यह सिखाया जाएगा कि वे तनाव को किस तरह से लें और इंटरव्यू जैसी सामान्य परिस्थिति में किस तरह का व्यवहार करें."