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National Education Day 2020: आज ही के दिन क्यों मनाया जाता है नेशनल एजुकेशन डे? जानें इतिहास

इतिहास में 11 नवंबर का दिन बेहद खास हैं क्योंकि इसी दिन महान स्वतंत्रता सेना और पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद जा जन्म हुआ था. बतौर शिक्षा मंत्री रहते हुए उन्होंने इस क्षेत्र में आधुनिक शिक्षा पद्धति से लेकर कई बेहतरीन काम किया था.

Updated on: 11 Nov 2020, 11:24 AM

नई दिल्ली:

इतिहास में 11 नवंबर का दिन बेहद खास हैं क्योंकि इसी दिन महान स्वतंत्रता सेना और पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद जा जन्म हुआ था. बतौर शिक्षा मंत्री रहते हुए उन्होंने इस क्षेत्र में आधुनिक शिक्षा पद्धति से लेकर कई बेहतरीन काम किया था. अबुल कलाम का जन्म 11 नवंबर 1888 को हुआ था. मौलान कलाम की याद में ही आज राष्ट्रीय शिक्षा दिवस (National Education Day 2020) भी मनाया जाता है.

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मालूम हो कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय (HRD) ने 11 सितंबर 2008 को ऐलान किया था कि भारत में अबुल कलाम आजाद ने शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान हैं इसलिए उनको याद करके भारत के इस महान पुत्र के जन्मदिन को शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाएगा.

अबुल कलाम ने शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए बहुत से स्कूलों, कालेजों और विश्वविद्यालयों की स्थापना करवाई थी. इसके अलावा उन्होंने आईआईटी, आईआईएससी और स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग की स्थापना की थी. साथ ही मौलाना कलाम ने AICTE और UGC जैसे उच्च निकायों की स्थापना भी करवाई थी. 

उन्‍होंने शिक्षा और संस्‍कृति के विकास के लिए संगीत नाटक अकादमी (1953), साहित्य अकादमी (1954) और ललितकला अकादमी (1954) जैसे उत्‍कृष्‍ट संस्‍थानों की भी स्‍थापना की. शिक्षा के क्षेत्र में अप्रतिम योगदान के लिए मौलाना आजाद को साल 1922 में भारत के सर्वोच्‍च नागरिक सम्‍मान भारत रत्‍न से सम्‍मानित किया गया था.