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सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के लिए जरूरी है वैज्ञानिक दृष्टिकोण

राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 भी शिक्षकों और संकायों को अध्ययन प्रक्रिया केन्द्र के रूप में पहचानती है.

Updated on: 11 Dec 2021, 03:13 PM

नई दिल्ली:

देश के विभिन्न हिस्सों में सरकारी स्कूलों के शिक्षकों और प्राचार्यों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण के माध्यम से चुनौतियों का समाधानों करने के प्रेरित किया जाएगा. सीखने के परिणामों में सुधार के लिए जमीनी स्तर पर किए कार्यों के लिए भी शिक्षकों को प्रोत्साहित किया जाएगा. भारती एंटरप्राइजेज की लोक-हितैषी शाखा, भारती फाउंडेशन के साथ साझेदारी में नीति आयोग ने कॉन्वोक 2021-22 की शुरूआत की. कॉन्वोक एक राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी है जिसका उद्देश्य भारत भर के सभी शिक्षकों, शिक्षाविदों, स्कूलों के प्रमुखों पर विशेष ध्यान देना है. इसके साथ ही शिक्षा प्रदान करने और इसकी गुणवत्ता को मजबूत करने में आने वाली चुनौतियों का समाधान करना है.

इस मंच के माध्यम से सरकारी स्कूलों के शिक्षकों, प्राचार्यों और भारती फाउंडेशन नेटवर्क के शिक्षकों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण के माध्यम से अनुसंधान-आधारित समाधानों का उपयोग करने और सीखने के परिणामों में सुधार के लिए जमीनी स्तर पर किए गए अपने प्रयासों को प्रदर्शित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा. राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 भी शिक्षकों और संकायों को अध्ययन प्रक्रिया केन्द्र के रूप में पहचानती है. यह अनुशंसा करता है कि शिक्षकों को शिक्षण के नए दृष्टिकोण के लिए पहचाना जाएगा जो उनकी कक्षाओं में अध्ययन के नतीजों में सुधार करते हैं. एनईपी प्लेटफॉर्म विकसित करने की सिफारिश करता है ताकि शिक्षक व्यापक प्रसार और प्रतिकृति के लिए विचारों और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा कर सकें.

वर्षों से शिक्षक छात्रों की मदद करने के लिए और लॉकडाउन के दौरान और अधिक मदद करने के लिए अभिनव समाधान लेकर आए. कॉन्वेक के माध्यम से वे अब अपने सूक्ष्म शोध पत्र साझा कर सकते हैं. इन शोध पत्रों का विश्लेषण शिक्षाविदों के एक पैनल द्वारा किया जाएगा. शॉर्टलिस्ट किए गए शोध पत्र जनवरी 2022 में निर्धारित 'राष्ट्रीय अनुसंधान संगोष्ठी' के दौरान प्रस्तुत किए जाएंगे. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार ने की और कार्यक्रम में नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत, नीति आयोग के सलाहकार (शिक्षा) डॉ. प्रेम सिंह,भारती फाउंडेशन के सह-अध्यक्ष राकेश भारती मित्तल और भारती फाउंडेशन की सीईओ ममता सैकिया और शिक्षा मंत्रालय, के अधिकारियों ने भी भाग लिया.

कार्यक्रम के दौरान सभा को संबोधित करते हुए, भारती फाउंडेशन के सह-अध्यक्ष, राकेश भारती मित्तल ने कहा, भारती फाउंडेशन में, हम स्कूलों में शिक्षकों और छात्रों के बीच अध्यापन की गुणवत्ता बढ़ाने और सीखने के परिणामों में सुधार करने का प्रयास करते हैं. जब एनईपी 2020 को राष्ट्रीय स्तर पर शुरू किया जा रहा है, तब हम कॉन्वोक 2021 के लिए नीति आयोग के साथ साझेदारी करके सम्मानित महसूस कर रहे हैं. हम साथ मिलकर शिक्षकों को देश भर में अपने ज्ञान का प्रसार करने के लिए एक मंच प्रदान करेंगे ताकि एनईपी 2020 में निर्धारित लक्ष्यों को गति और निरंतरता के साथ पूरा किया जा सके.