महामारी कोरोना वायरस (CoronaVirus Covid-19) ने देश की अर्थव्यस्था के साथ ही आम लोगों की जीवन को तहस-नहस कर दिया है. वहीं स्कूली छात्रों का भविष्य भी खतरे में आ गया है. लेकिन इसी बीच यूपी बोर्ड के छात्रों को थोड़ी राहत देने वाली खबर सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि यूपी बोर्ड की हाईस्कूल औऱ इंटरमीडिएट की कॉपियों की चेकिंग 5 मई से शुरू सकती है.
इस पर उप-मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने उम्मीद भरे संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा कि अगर स्थिति सामान्य रहती है तो 5 मई से कॉपी जांचने का काम शुरू किया जा सकता है. यूपी में करीब 3 करोड़ कॉपियों का मूल्यांकन 275 परीक्षा केंद्रों पर किया जाएगा.
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उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने स्कूलों को तीन माह की एक साथ फीस लेने की बजाय एक माह की फीस लेने के लिए कहा गया है. अगर पेरेंट्स को एक माह की फीस देने में भी दिक्कत है तो उन्हें इसके लिए मजबूर न किया जाए. उस फीस को अगले महीनों में एडजस्ट कर लिया जाए. साथ ही वर्ष 2020-2021 के दौरान स्कूलों को फीस न बढ़ाने के आदेश भी दिए गए हैं.
गौरतलब है कि 2019 में 12वीं में 70.06 प्रतिशत स्टूडेंट्स को कामयाबी मिली थी. बारहवीं क्लास में 76.46 प्रतिशत लड़कियां और 64.40 फीसदी लड़के पास हुए थे. पिछले साल 27 अप्रैल को दोपहर साढ़े 12 बजे यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं का रिजल्ट घोषित किया गया था. इस बार 230 इवेल्यूएशन सेंटर्स पर यूपी बोर्ड की कुल 3.20 करोड़ उत्तर पुस्तिकाएं जांची गईं. इनमें 1.30 करोड़ उत्तर पुस्तिकाएं 12वीं की थीं.