logo-image

जम्मू कश्मीर के स्कूली बच्चों की होगी कोरोना जांच, सालभर बाद खुले हैं स्कूल

कश्मीर के कई स्कूलों में बच्चे और स्टाफ कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इसके बाद प्रशासन ने स्कूलों को बंद कर दिया. प्रशासन की ओर से अब स्कूलों में टीम भेजकर रैपिड टेस्ट कराए जाएंगे.

Updated on: 08 Mar 2021, 08:01 AM

जम्मू:

जम्मू कश्मीर के स्कूल खुलने के साथ ही कोरोना के मामले भी बढ़ने शुरू हो गए हैं. प्रशासन की ओर से सभी स्कूलों में बच्चों और स्टाफ की कोरोना जांच कराई जाएगी. इसके लिए प्रशासन की ओर से आदेश जारी कर दिए गए हैं. सभी डीसी से कहा गया है कि वह अपने जिले में इंतजामों का जायजा लें. कुछ स्कूलों के खुलने के साथ ही कोरोना के मामले सामने आने लगे थे. अहतियातन स्कूलों को बंद करा दिया गया था. कोरोना के मामलों में तेजी ना आए, इसे देखते हुए प्रशासन की ओर से यह कदम उठाया जा रहा है. प्रशासन की तरफ से टीमों को लगाने काम शुरू कर दिया गया है. प्रदेश में सैनिक स्कूलों से इसकी शुरुआत की गई है. जिसमें बच्चों से लेकर स्टाफ का टेस्ट किया जा रहा है.

यह भी पढ़ेंः मोदी सरकार की सख्ती देख चीन ने फिर अलापा 'हिंदी-चीनी भाई-भाई' का राग

एक साल बाद खुले हैं स्कूल 
जम्मू-कश्मीर में करीब एक साल बाद स्कूलों को फिर से खोला गया है. लेकिन स्कूलों के खुलने के बाद कोरोना के मामले देखने को मिले है. बिश्राह स्कूल में अध्यापक कोरोना पाजिटिव पाई गई. जोधामल स्कूल में छात्रा पाजिटिव पाई गई. इस तरह से कश्मीर के कई स्कूलों में बच्चे तथा अध्यापक पॉजिटिव पाए गए. जिसके बाद फिलहाल उन स्कूलों को बंद कर दिया गया. इसके बाद यूटी प्रशासन की तरफ से आला अधिकारियों की बैठक की गई, जिसमें कहा गया कि स्कूलों में टीम को भेज कर रैपिड टेस्ट करवाए जाए. ताकि स्कूलों में ऐसे मामलों का पता चल सके.

यह भी पढ़ेंः आजादी के 75 साल पूरे होने पर जश्न की तैयारी, आज कमेटी की पहली बैठक

इस आदेश के बाद प्रशासन की तरफ से टीमों को लगाने काम शुरू कर दिया गया है. प्रदेश में सैनिक स्कूलों से इसकी शुरुआत की गई है. जिसमें बच्चों से लेकर स्टाफ का टेस्ट किया जा रहा है. कश्मीर में डिबकाम ने इस मामले को लेकर बैठक भी की है. जिसमें सभी दस डीसी को कहा गया कि वह अपने जिले में एक रिपोर्ट बनाए. डीसी सभी स्कूलों को आदेश दे और फिर हर रोज रिपोर्ट ली जाए कि कितने स्कूलों में प्रतिदिन जांच हुई है. बता दें कि कोरोना के कारण करीब एक साल तक प्रदेश में स्कूल बंद रहे है. जिस कारण बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाया गया है. अब प्रशासन की तरफ से स्कूलों को खोला गया. लेकिन खुलते ही नये मामले सामने आने लगे है.