NEET UG 2025: अगर आप मेडिकल फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं और इसके लिए एमबीबीएस में एडमिशन लेना चाहते हैं लेकिन इस बार नीट यूजी 2025 में आपकी रैंक अच्छी नहीं आई और आपको एमबीबीएस में एडमिशन नहीं मिल रहा तो चिंता की कोई बात नही. क्योंकि आप एमबीबीएस के अलावा भी दूसरे मेडिकल कोर्स में एडमिशन लेकर अपना सपना साकार कर सकते हैं. इससे आपके एक साल भी बच जाएगा.
22.76 लाख स्टूडेंट्स ने कराया था नीट के लिए रजिस्ट्रेशन
बता दें कि इस साल नीट यूजी के लिए 22,76,069 स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया था. इनमें से 22,09,318 स्टूडेंट्स मेडिकल प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए थे. इनमें से 12,36,531 को सफलता मिली है. देशभर में एमबीबीएस की सिर्फ 118148 सीटें हैं. यानी पूरे देश में सिर्फ उन्हीं स्टूडेंट्स को एमबीबीएस में एडमिशन मिल सकता है जिनकी रैंक इन सीटों के बराबर हो. बाकी के स्टूडेंट्स अगले साल होने वाली नीट परीक्षा के लिए तैयारी कर सकते हैं या फिर मेडिकल के किसी दूसरे कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं.
MBBS में नहीं मिल रहा एडमिशन तो इन कोर्ट में करें ट्राई
अगर आपने भी नीट यूजी 2025 परीक्षा दी और आपकी रैंक एक लाख से ऊपर है तो जाहिर है आपको एमबीबीएस में एडमिशन नहीं मिल सकेगा. इसलिए आप इसके अल्टरनेट कोर्स यानी मेडिकर के दूसरे कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं.
BDS: इनमें पहले नंबर पर है BDS यानी बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी: अगर किसी स्टूडेंट का एडमिशन एमबीबीएस में नहीं हो पाता तो वह डेंटल कोर्स में आसानी से एडमिशन ले सकता है. इस कोर्ट में तीन लाख रैंक तक के स्टूडेंट्स का आसानी से एडमिशन हो जाता है.
BAMS: बीएएमएस यानी बेचलर ऑफ आयुर्वेद मेडिसिन एंड सर्जरी भी आपके लिए बेहतर ऑप्शन हो सकता है. आमतौर पर दो से पांच लाख रैंक तक के स्टूडेंट्स को एडमिशन मिल सकता है.
BHMS: बीएचएमएस यानी बेचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी में भी आपको दो लाख से पांच लाख की रैंक आने पर एडमिशन मिल जाता है.
BUMS: बीयूएमएस यानी बेचलर ऑफ यूनानी मेडिसन एडं सर्जरी कोर्स में भी आपको दो से पांच लाख रैंक आने पर आसानी से एडमिशन मिल जाता है. इन सभी कोर्स में सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों में एमिशन के लिए आप अप्लाई कर सकते हैं.
BSc नर्सिंग: इन कोर्स के अलावा आप बीएससी नर्सिंग कोर्स में भी एडमिशन ले सकते हैं. इन कोर्स में आपको एक लाख से ऊपर की रैंक पर एडमिशन मिल सकता है.