NCERT का नया कोर्स, डिप्रेसन और एनजाइटी से बचने के लिए गाइडेंस एंड काउंसिलिंग का डिप्लोमा प्रोग्राम, 5 नवंबर तक करें आवेदन

बच्चों और युवाओं में बढ़ते गुस्सा और नशे की समस्याएं एक गंभीर मुद्दा बन चुकी हैं. इन समस्याओं का सही समय पर पता लगाना और उन्हें समझना बहुत जरूरी है.

बच्चों और युवाओं में बढ़ते गुस्सा और नशे की समस्याएं एक गंभीर मुद्दा बन चुकी हैं. इन समस्याओं का सही समय पर पता लगाना और उन्हें समझना बहुत जरूरी है.

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Priya Gupta
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Guidance and Counseling Course: आज के समय में बच्चों और युवाओं में बढ़ते डिप्रेसन और एनजाइटी के खतरे को देखते हुए कई जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं. बच्चों और युवाओं में बढ़ता गुस्सा और नशे की लत एक गंभीर मुद्दा बन चुकी हैं. इन समस्याओं का सही समय पर पता लगाना और उन्हें समझना बहुत जरूरी है. इसी क्रम में, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) एक नई पहल के तहत काउंसलर तैयार करने जा रहा है. इस पहल के तहत 2025 से गाइडेंस और काउंसिलिंग में एक साल का डिप्लोमा कोर्स शुरू किया जाएगा.

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ऐसे पूरा किया जाएगा ये कोर्स

यह डिप्लोमा कोर्स 14 मॉड्यूल पर आधारित होगा और जनवरी से शुरू होकर दिसंबर तक चलेगा. इस कोर्स को तीन चरणों में विभाजित किया गया है. पहले चरण में, छह महीने का डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम होगा, जो ऑनलाइन किया जाएगा. दूसरे चरण में, तीन महीने का फेस-टू-फेस प्रशिक्षण निर्धारित केंद्रों पर दिया जाएगा. अंतिम चरण में इंटर्नशिप होगी, जिसमें उम्मीदवारों को वास्तविक कार्य अनुभव प्राप्त होगा.

कौन कर सकता है ये कोर्स?

बिहार के अभ्यर्थियों के लिए भुवनेश्वर में रिजनल इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन एक स्टडी सेंटर के रूप में स्थापित किया गया है. यहां पर फेस-टू-फेस ट्रेनिंग लेने के बाद, अभ्यर्थी अपने राज्य में आकर इंटर्नशिप कर सकेंगे. इस इंटर्नशिप के दौरान वे किसी संस्था के साथ जुड़कर काम कर सकते हैं और वास्तविक स्थिति में बच्चों और युवाओं की भावनात्मक समस्याओं से निपटने का अनुभव प्राप्त कर सकेंगे.

इस कोर्स के तहत, अभ्यर्थियों को बच्चों और युवाओं की भावनात्मक और नैतिक समस्याओं को समझने और उनके समाधान के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा. जैसे कि बच्चों का पढ़ाई से ध्यान भटकना, चिड़चिड़ापन, गुस्सा आना, और अन्य व्यवहारिक समस्याएं. ये प्रशिक्षित शिक्षक इन समस्याओं की जड़ तक पहुंचने का प्रयास करेंगे और उन्हें कम करने तथा रोकने के उपाय खोजेंगे.

ऐसे करें आवेदन 

इस एक वर्षीय गाइडेंस और काउंसिलिंग कोर्स में शामिल होने के लिए इच्छुक अभ्यर्थियों को 5 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा. इस कोर्स के लिए पात्रता ग्रेजुएट शिक्षक, ऐसे शिक्षक जो दो वर्ष का पढ़ाने का अनुभव रखते हैं और फिलहाल नौकरी नहीं कर रहे हैं, समाजसेवी, और बाल विकास, विशेष शिक्षा या मनोविज्ञान में पीजी करने वाले उम्मीदवारों के लिए है. प्रत्येक सेंटर पर अधिकतम 50 उम्मीदवारों का नामांकन किया जाएगा और यह नामांकन एक टेस्ट के आधार पर होगा, जिसका फाइनल रिजल्ट एनसीईआरटी घोषित करेगा.इच्छुक उम्मीदवार आवेदन के लिए एनसीईआरटी की वेबसाइट www.ncert.nic.in पर जा सकते हैं. इस कोर्स के जरिए बच्चों और युवाओं की समस्याओं को बेहतर ढंग से समझ पाएंगे.

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