चंडीगढ़ के राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (NITTTR) में Department of Interdisciplinary Studies (DIS), HPU Shimla ने समग्र शिक्षा के स्टार्स प्रोजेक्ट के सहयोग से 5 अगस्त से 10 अगस्त 2024 तक शिक्षकों की योग्यता रूपरेखा पर राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया.
इस कार्यशाला में 32 रिसर्च स्कॉलर के साथ-साथ प्रारंभिक और उच्च शिक्षा क्षेत्रों के 20 से अधिक शिक्षकों और प्राचार्यों ने हिस्सा लिया.. कार्यशाला के दौरान प्रतिभागी शिक्षकों की दक्षताओं को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किए गए नौ-मॉड्यूल ढांचे को एक्सप्लोर किया है.
कार्यशाला के नौ मॉड्यूल:
1. विषय का संपूर्ण ज्ञान और पाठ्यक्रम सामग्री की समझ.
2. विविध शिक्षण के लिए प्रभावी शिक्षण रणनीतियां और तकनीकें.
3. कक्षा प्रबंधन कौशल और सकारात्मक शिक्षण वातावरण बनाने की क्षमता.
4. छात्रों, अभिभावकों और सहकर्मियों के साथ काम करने के लिए प्रभावी संचार और पारस्परिक कौशल.
5. प्रभावी पाठ वितरण और छात्र प्रगति की निगरानी के लिए योजना संगठन और मूल्यांकन कौशल.
6. शिक्षण पद्धतियों में अनुकूलनशीलता, लचीलापन और निरंतर सुधार और नवाचार करने की क्षमता.
7. छात्रों की विविध पृष्ठभूमि और आवश्यकताओं के प्रति सांस्कृतिक क्षमता और संवेदनशीलता.
8. विकास की मानसिकता और जीवन भर सीखने और पेशेवर विकास के प्रति प्रतिबद्धता.
9. नैतिक और व्यावसायिक मानक और सभी छात्रों की भलाई और सफलता के प्रति प्रतिबद्धता.
राष्ट्रीय कार्यशाला का समापन समारोह मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश सरकार में मुख्य संसदीय सचिव (शिक्षा) आशीष बुटेल की शुभ उपस्थिति से शोभायमान हुआ. इस कार्यक्रम में अंतःविषय अध्ययन विभाग के निदेशक डॉ. श्याम लाल कौशल भी उपस्थित थे.
कार्यशाला के समापन समारोह की शुरुआत प्रोफेसर देविंदर शर्मा के स्वागत भाषण के साथ हुई. कार्यक्रम का समापन डॉ. रविंदर सिंह राठौर द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने STARS प्रोजेक्ट के दो युवा पेशेवरों, श्री जीवेश भाटिया और श्री निखिल ठाकुर की कड़ी मेहनत की सराहना की. उन्होंने सभी संस्थानों को भी इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए बधाई दी.
यह कार्यशाला हिमाचल प्रदेश में शिक्षकों की क्षमताओं को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो एक नवोन्मेषी और समावेशी शैक्षिक वातावरण के निर्माण की दृष्टि के अनुरूप है.