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एसओल अंतिम वर्ष के छात्रों ने कहा अध्यन सामग्री मुहैया कराए डीयू

चंद्रमणि देव ने एसओएल दिल्ली विश्वविद्यालय के चेयरमैन डॉक्टर बलराम पाणी को पत्र लिख कर अपनी चिंता जताई है.

Updated on: 28 May 2021, 10:22 AM

highlights

  • ना पुस्तकों और अध्ययन सामग्री के परीक्षा देने में छात्र असमर्थ
  • एसओल DU सभी अंतिम वर्ष के छात्रों को अध्यन सामग्री दे
  • एसओएल दिल्ली विश्वविद्यालय के चेयरमैन को लिखा पत्र

नई दिल्ली:

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रों ने विश्वविद्यालय से मांग की है कि अंतिम वर्ष के सभी छात्रों को अध्ययन सामग्री मुहैया कराई जाए. छात्रों के मुताबिक अध्ययन सामग्री के अभाव में वे परीक्षाओं की तैयारी सही तरीके से नहीं कर पा रहे हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र संगठन सीवाईएसएस के अध्यक्ष चंद्रमणि देव ने बताया छात्रों के पास पुस्तकों का अभाव है. ऐसे में बिना पुस्तकों और अध्ययन सामग्री के परीक्षा देने में छात्र असमर्थ हैं. इसलिए एसओल दिल्ली विश्वविद्यालय सभी अंतिम वर्ष के छात्रों को अध्यन सामग्री मुहैया कराए. कोरोना संक्रमण के कारण छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए एसओएल ने यह कदम उठाया है.

चंद्रमणि ने कहा कि एक तरफ देश कोरोना महामारी से जंग लड़ रहा है. हजारों छात्रों ओर शिक्षकों ने अपने परिवारजनों को खोया है, परंतु एसओल दिल्ली विश्वविद्यालय अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षा की तैयारी कर रहा है. सीवाईएसएस दिल्ली के प्रदेश प्रभारी सुमित यादव के अध्यक्षता में हुई ऑनलाइन बैठक में अंतिम वर्ष के छात्र शामिल हुए. इसमें सभी ने बिना पुस्तकें और अध्यन सामग्री के आगामी परीक्षा होने पर चिंता जताई. उन्होंने एसओएल के अंतिम वर्ष के छात्रों की समस्या को सुना और उनकी मदद करने का आश्वासन भी दिया.

इस संदर्भ में चंद्रमणि देव ने एसओएल दिल्ली विश्वविद्यालय के चेयरमैन डॉक्टर बलराम पाणी को पत्र लिख कर अपनी चिंता जताई है. उनसे मांग की गई है कि सभी छात्रों को विश्वविद्यालय के द्वारा अध्यन सामग्री और पुस्तकें जल्द से जल्द मुहैया कराई जाएं, जिससे छात्रो को आगामी परीक्षा में परेशानी का सामना न करना पड़े. एसओएल ने स्पष्ट किया है कि रेगुलर और डिस्टेंस दोनों माध्यमों में विषयों का पाठ्यक्रम एक है, इसलिए दोनों माध्यमों के लिए यह उपयोगी हो सकता है. अभी एसओएल में केवल पांच विषयों के स्नातक पाठ्यक्रमों के पहले और दूसरे सेमेस्टर के पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं.

स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) दिल्ली विश्वविद्यालय का एक ऐसा केंद्र है, जिसमें मुक्त शिक्षा के माध्यम से लगभग 5 लाख छात्रों को पढ़ाया जाता है. इसके तहत बीए, बीकॉम, बीए ऑनर्स अंग्रेजी,बीए ऑनर्स राजनीति विज्ञान और बीकाम ऑनर्स की पढ़ाई होती है. परास्नातक स्तर पर हिंदी, इतिहास, संस्कृत, राजनीति विज्ञान और एमकॉम की पढ़ाई होती है.