2 करोड़ रुपये से इस्लाम पर रिसर्च करेगा जेएनयू का ये पूर्व छात्र

नीदरलैंड की लीडेन यूनिवर्सिटी उन्‍हें 'मैट्रियार्कियल इस्लामः जेंडरिंग शरिया इन द इंडियन ओशन वर्ल्ड' के लिए 2.50 लाख यूरो या भारतीय रुपये में करीब 2 करोड़ रुपये देगी.

नीदरलैंड की लीडेन यूनिवर्सिटी उन्‍हें 'मैट्रियार्कियल इस्लामः जेंडरिंग शरिया इन द इंडियन ओशन वर्ल्ड' के लिए 2.50 लाख यूरो या भारतीय रुपये में करीब 2 करोड़ रुपये देगी.

author-image
Vikas Kumar
एडिट
New Update
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में 82 विदेशी छात्रों की घुसपैठ?

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (Jawaharlal Nehru University) के पूर्व छात्र और भारत के युवा शोधार्थी डॉ. महमूद कूरिया (Dr Mahmood Kooria) को इस्‍लाम पर रिसर्च करने के लिए दो करोड़ रुपये की रकम दी जाएगी. ये पैसा उन्हें नीदरलैंड की लीडेन यूनिवर्सिटी (Leiden University) देगी. इतने पैसों से वो ये स्टडी करेंगे कि कैसे मैट्रियार्कियल मुसलमान शरिया (इस्लामिक लॉ) के साथ जुड़े हैं. इसके अलावा वो इस्लाम से जुड़े कई अन्‍य पहलुओं पर भी अध्‍ययन करेंगे. नीदरलैंड की लीडेन यूनिवर्सिटी उन्‍हें 'मैट्रियार्कियल इस्लामः जेंडरिंग शरिया इन द इंडियन ओशन वर्ल्ड' के लिए 2.50 लाख यूरो या भारतीय रुपये में करीब 2 करोड़ रुपये देगी.

Advertisment

इस बारे में मीडिया रिपोर्ट में डॉ. महमूद ने बताया है कि 'वेनी ग्रांट की मदद से मैं जो स्टडी करूंगा, उससे मुझे मुस्लिम समुदाय को और बेहतर तरीके से समझने में मदद मिलेगी और उसमे कुछ नया एंगल खोजने की कोशिश करुंगा. उनके ऊपर अलग-अलग रूढ़िवाद थोपने के बजाय दुनिया को मुस्लिम समुदाय में मौजूद विभिन्नता को समझना चाहिए.

यह भी पढ़ें: जम्मू कश्मीर राज्य के नाम पर दर्ज हुआ ये अनचाहा रिकार्ड, जानकर रह जाएंगे हैरान

गौरतलब है कि डॉ. महमूद कूरिया ने लीडेन यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट ऑफ हिस्ट्री से अपनी पीएचडी की पढ़ाई की है. इसके पहले उन्होंने अपनी यूजी और पीजी की पढ़ाई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू), दारूल हूडा इस्लामिक यूनिवर्सिटी और कैलीकट यूनिवर्सिटी से पूरी की है.

यह भी पढ़ें: सावन के अंतिम सोमवार को एक और 'धमाका' करेंगे पीएम नरेंद्र मोदी, जानें क्‍या

लीडेन यूनिवर्सिटी के बारे में (About Leiden University)
लीडेन यूनिवर्सिटी की स्थापना 1575 में हुई थी और ये यूनिवर्सिटी रिसर्च मामले में यूरोप की लीडिंग यूनिवर्सिटी है. इस यूनिवर्सिटी में कुल 7 फैकल्टी हैं जिनमें आर्ट, ह्यूमैनिटी और साइंस की फैकल्टी प्रमुख है. ये फैकल्टियां लीडेन और हेग में अलग-अलग जगहों पर स्थित हैं.

HIGHLIGHTS

  • भारत के युवा शोधार्थी डॉ. महमूद कूरिया (Dr Mahmood Kooria) को इस्‍लाम पर रिसर्च करने के लिए दो करोड़ रुपये की रकम दी जाएगी.
  • ये पैसा उन्हें नीदरलैंड की लीडेन यूनिवर्सिटी (Leiden University) देगी.
  • इतने पैसों से वो ये स्टडी करेंगे कि कैसे मैट्रियार्कियल मुसलमान शरिया (इस्लामिक लॉ) के साथ जुड़े हैं. 

Source : News Nation Bureau

JNU Delhi Dr. Mahmood Kooria Study on Islam Leiden University Education News Hindi News
      
Advertisment