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जामिया के छात्रों ने जीता 'स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2020', बिहार सरकार द्वारा दी गई प्रॉब्लम का ढूंढ़ा समाधान

जामिया मिल्लिया इस्लामिया की इंजीनियरिंग एंड टेक्नालजी फैकल्टी ने स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2020 प्रतियोगिता जीत ली है. जामिया की 'टीम मॉन्क्स' ने इस प्रतियोगिता में बिहार सरकार द्वारा दी गई प्रॉब्लम का समाधान ढूंढ़ा.

Updated on: 08 Aug 2020, 06:46 PM

नई दिल्ली:

जामिया मिल्लिया इस्लामिया की इंजीनियरिंग एंड टेक्नालजी फैकल्टी ने स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2020 प्रतियोगिता जीत ली है. जामिया की 'टीम मॉन्क्स' ने इस प्रतियोगिता में बिहार सरकार द्वारा दी गई प्रॉब्लम का समाधान ढूंढ़ा. इस साल, केंद्र सरकार के 37 विभागों, 17 राज्य सरकारों और 20 उद्योगों की 243 समस्याओं को हल करने के लिए 10,000 से अधिक छात्र स्मार्ट इंडिया हैकथॉन में शामिल हुए थे. राष्ट्रीय स्तर की यह प्रतियोगिता केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने आयोजित की थी. जामिया के 'सॉफ्टवेयर एडिशन इन प्रॉब्लम स्टेटमेंट एनएस 275 ने यह जीत दर्ज की. टीम ने एक लाख रुपये का ईनाम भी प्राप्त किया है.

जामिया विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि टीम मॉन्क्स ने एक ऐसे सिस्टम का निर्माण किया, जिससे कृषि क्षेत्र को छह अलग-अलग वर्गों में भूमि के उपयोग के बारे में बताया जा सके और अगले साल फसल कैसी होगी, इसकी भी भविष्यवाणी करने में मदद की जा सके. इससे सरकार को कम बारिश या बाढ़ की समस्याओं की आशंकाओं का पहले से ही पता चल सकेगा और वह समय रहते, इन आशंकाओं से निपटने के उपाय कर सकेगी. तकरीबन 36 घंटे चले लंबे हैकाथॉन के अंत में एनएस 275 प्रॉब्लम स्टेटमेंट में, टीम मॉन्क्स को विजेता घोषित किया गया. यह प्रॉब्लम स्टेटमेंट बिहार सरकार ने दी थी, क्योंकि बिहार हर वर्ष बाढ़ की समस्या से जूझता है.

छात्रों की इस छह सदस्यीय टीम में गौरव चौधरी (टीम लीडर), प्रणव गौतम, नीतेश कौशिक, लक्ष्य चौधरी, आशीष सिंह और नशरा नसीम शामिल हैं. जामिया की विजयी टीम ने कहा, दस्तावेजों की तैयारी से लेकर प्रशिक्षण देने तक हमारे एसपीओसी, डॉ. तनवीर अहमद, हमारे साथ ऑनलाइन जुड़े हुए थे और जब भी हमारी टीम को किसी भी तरह की मदद की जरूरत होती, वे हमेशा तैयार रहते थे. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के इन्नोवेशन सेल और ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का आयोजन कुछ निजी संगठनों के साथ मिल कर करते हैं. यह एक राष्ट्रव्यापी पहल है, जो छात्रों को हमारे दैनिक जीवन में आने वाली समस्याओं को हल करने के लिए एक मंच प्रदान करता है.