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प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में बड़े राज्यों के मुकाबले पहले स्थान पर प. बंगाल

सूचकांक में 41 संकेतकों वाले पांच स्तंभों में शैक्षिक बुनियादी ढांचा, शिक्षा तक पहुंच, बुनियादी स्वास्थ्य, सीखने के परिणाम और शासन शामिल हैं.

Updated on: 19 Dec 2021, 11:54 AM

highlights

  • अरुणाचल प्रदेश पूर्वोत्तर श्रेणी में सबसे पीछे
  • झारखंड का सूचकांक में सबसे खराब प्रदर्शन

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) ने पश्चिम बंगाल को प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में बड़े राज्यों के मुकाबले में सर्वश्रेष्ठ बताया है. कुछ दिन पहले यूनेस्को ने राज्य की दुर्गा पूजा को अपनी 'मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची' में शामिल किया गया है. एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार पश्चिम बंगाल चार्ट में सबसे ऊपर है, जबकि बिहार 'बड़े राज्यों' की श्रेणी में 'फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमेरेसी' में सबसे नीचे है. 'छोटे राज्यों' की श्रेणी में केरल ने शीर्ष स्थान हासिल किया और झारखंड को सूचकांक में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला घोषित किया गया. लक्षद्वीप (52.69) और मिजोरम (51.64) केंद्र शासित प्रदेश और पूर्वोत्तर राज्य श्रेणी में शीर्ष स्कोरिंग क्षेत्र हैं. जहां तक सबसे खराब प्रदर्शन करने वालों का सवाल है. लद्दाख केंद्र शासित प्रदेशों की सूची में सबसे नीचे है, जबकि अरुणाचल प्रदेश पूर्वोत्तर श्रेणी में सबसे पीछे है.

राज्य के माता-पिता और शिक्षकों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट किया: 'पश्चिम बंगाल के लिए अच्छी खबर! हमने फाउंडेशनल साक्षरता और संख्यात्मक सूचकांक पर बड़े राज्यों में शीर्ष स्थान हासिल किया है. मैं सभी शिक्षकों, अभिभावकों और हमारे शिक्षा विभाग के सदस्यों को इस उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए बधाई देती हूं!' चार श्रेणियां थीं जिनमें क्षेत्रों को विभाजित किया गया था - बड़े राज्य, छोटे राज्य, पूर्वोत्तर और केंद्र शासित प्रदेश. 'इंस्टीट्यूट फॉर कॉम्पिटिटिवनेस' द्वारा 'फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमेरसी' पर रिपोर्ट तैयार की गई थी.

सूचकांक में 41 संकेतकों वाले पांच स्तंभों में शैक्षिक बुनियादी ढांचा, शिक्षा तक पहुंच, बुनियादी स्वास्थ्य, सीखने के परिणाम और शासन शामिल हैं. बयान में कहा गया है कि पांच स्तंभों में से यह देखा गया है कि राज्यों ने शासन में विशेष रूप से खराब प्रदर्शन किया है. बयान में कहा गया है, '50 प्रतिशत से अधिक राज्यों ने राष्ट्रीय औसत से नीचे यानी 28.05, सभी स्तंभों में सबसे कम स्कोर किया है.' ईएसी-पीएम के बयान में कहा गया है, 'छोटे और बड़े राज्यों की श्रेणी में केरल (67.95) और पश्चिम बंगाल (58.95) शीर्ष स्कोरिंग क्षेत्र हैं.'