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Google ने समाज सुधारक डॉ. मुथुलक्ष्मी रेड्डी के 133वें जयंती पर dedicate किया खास doodle

इसके पहले उन्होंने मद्रास मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई भी की और ऐसा करने वाली वो पहली महिला थीं.

Updated on: 30 Jul 2019, 06:55 AM

highlights

  • समाज सुधारक मुथुलक्ष्मी रेड्डी पर गुगल ने बनाया डूडल.
  • मुथुलक्ष्मी ने लड़कियों की शादी की सही उम्र की बात ब्रिटिश काल में उठाई थी.
  • वह चेन्नई में अड्यार कैंसर संस्थान की संस्थापक भी रही हैं.

नई दिल्ली:

Google Doodle on Muthulakshmi Reddi: आज Google ने भारतीय शिक्षक, सर्जन और समाज सुधारक डॉ. मुथुलक्ष्मी रेड्डी (Muthulakshmi Reddi) के 133 वें जयंती के मौके पर एक खास डूडल बनाया है. मुथुलक्ष्मी रेड्डी को भारत की पहली महिला विधायक होने का गौरव प्राप्त है. वह सामाजिक असमानता, लिंग आधारित असमानता और जनता को पर्याप्त आम जनता को स्वास्थ्य सेवा (healthcare to the public) प्रदान करने की दिशा में अपने प्रयासों के लिए भी जानी जाती हैं.

इसके साथ ही वो तमिलनाडू के एक सरकारी अस्पताल में सर्जन के रूप में काम करने वाली पहली महिला भी थीं. उनका जन्म 1886 में पुदुकोट्टई रियासत में हुआ था. उसने जल्दी शादी करने की बात को ठुकराते हुए मेडिकल स्कूल में पढ़ाई करना ज्यादा बेहतर समझा.

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इसके बाद मुथुलक्ष्मी ने मद्रास विधान परिषद से जुड़ गई और ब्रिटिश साम्राज्य में ऐसा करने वाली वह पहली महिला बनीं. रेड्डी ने विभिन्न सामाजिक सेवा गतिविधियाँ कीं और तमिलनाडु विधानसभा की पहली महिला विधायक बनीं. यहां उन्होंने शादी की सही उम्र और लड़कियों के शोषण के बारे में अपनी आवाज उठाई. 

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इसके पहले उन्होंने मद्रास मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई भी की और ऐसा करने वाली वो पहली महिला थीं. 1914 में, उन्होंने सुंदरा रेड्डी नामक एक डॉक्टर से शादी की. महिलाओं के उत्थान और लैंगिक असमानता से लड़ने के लिए काम करते हुए, उन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए महात्मा गांधी के प्रयासों का समर्थन किया.

वह चेन्नई में अड्यार कैंसर संस्थान की संस्थापक भी हैं.