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दिल्ली के स्कूलों से सीख बोडोलैंड करेगा शिक्षा में नई शुरूआत

बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद की शिक्षा विभाग के डायरेक्टर एजुकेशन सहित जगदीश पी ब्रह्मा, शिक्षा पर एक्सपर्ट कमेटी मेंबर पद्मिनी ब्रह्मा सहित टीचर ट्रेनर देबश्री कुमार ब्रह्मा इस विजिट में शामिल रहे.

Updated on: 23 Dec 2021, 07:31 AM

highlights

  • मनीष सिसोदिया के शिक्षा मॉडल की मच रही है धूम
  • अब बोडोलैंड के शिक्षकों ने जायजा ले समझी बारीकियां

नई दिल्ली:

दिल्ली सरकार के शिक्षा मॉडल को देखने और इसे जानने के लिए बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद की शिक्षा विभाग की टीम ने बुधवार को दिल्ली के स्कूलों का दौरा किया. गौरतलब है कि देश के उत्तर पूर्वी राज्यों में शिक्षा को लेकर विशेष अभियान शुरू किए गए हैं, जिसके तहत यहां स्कूलों एवं उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई के स्तर को बेहतर करने के लिए नए-नए तौर-तरीके अपनाए जा रहे हैं. शिक्षा विभाग की टीम ने द्वारका के सेक्टर 10 और सेक्टर 19 के दो स्कूलों का दौरा किया. स्कूलों को देख कर शिक्षा विभाग की टीम प्रभावित हुई. बोडोलैंड क्षेत्रिय परिषद की टीम ने स्कूलों में चल रहे माइंडसेट करिकुलम को जाना. वे आंतप्रेन्योरशिप करिकुलम, हैप्पीनेस करिकुलम और देशभक्ति करिकुलम से प्रभावित हुए. साथ ही इस तरह के करिकुलम को बोडोलैंड के स्कूलों में भी लागू करने के लिए दिल्ली सरकार के सहयोग की इच्छा जताई.

स्कूल विजिट के बाद टीम ने दिल्ली के शिक्षा मंत्री से मुलाकात की. बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद की शिक्षा विभाग के डायरेक्टर एजुकेशन सहित जगदीश पी ब्रह्मा, शिक्षा पर एक्सपर्ट कमेटी मेंबर पद्मिनी ब्रह्मा सहित टीचर ट्रेनर देबश्री कुमार ब्रह्मा इस विजिट में शामिल रहे. डायरेक्टर ऑफ एजुकेशन बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद एजुकेशन डिपार्टमेंट ने कहा कि वे दिल्ली के स्कूलों में लागू आंतप्रेन्योरशिप करिकुलम, हैप्पीनेस करिकुलम और देशभक्ति करिकुलम से काफी प्रभावित हैं.

उन्होंने दिल्ली के स्कूलों में चल रहे बिजनेस ब्लास्टर प्रोग्राम की भी काफी तारीफ की. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं इस तरह के करिकुलम हमारे यहां भी लागू हो. दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि सरकार बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद को हर तरह से सहयोग करने के लिए तैयार है. बोडोलैंड क्षेत्रिय परिषद की शिक्षा विभाग के डायरेक्टर एजुकेशन सहित जगदीश पी ब्रह्मा ने कहा कि स्कूल घूमने के दौरान यहां के टीचर्स के मोटिवेशन लेवल को देखने के बाद हमें यह समझ में आया है कि अगर शिक्षा के स्तर को बढ़ाना है टीचर्स ट्रेनिंग पर भी फोकस करना होगा. उन्होंने बताया कि बोडोलैंड से 25 शिक्षक पहले भी दिल्ली का शिक्षा मॉडल देखकर वापस गए हैं. वे शिक्षक वहां जाकर वो एक अलग अंदाज में काम कर रहे हैं.