काम से हो जाएगा प्यार, ऐसी होनी चाहिए पढ़ाई, जानिए क्या होता है एजुकेशन में 'पैशनप्रेन्योरशिप'

आज युवाओं के सामने एक आम समस्या है अपने फील्ड और नॉलेज के एरिया में नौकरी पाना. ऐसा नहीं है कि बाजार में पर्याप्त नौकरियां नहीं हैं बल्कि ऐसा कारण ये है कि ऐसा उम्मीदवार ढूंढना मुश्किल है जो जॉब प्रोफाइल की जरूरतों को पूरा करता हो.

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Priya Gupta
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Passionpreneurship: मन पसंद काम मिलना कितना मुश्किल क्यों है? सबसे बड़ी परेशानी इस बात की है कि जो करना चाहते हैं वो काम मिलता नहीं है लेकिन पैसे कमाने के लिए कुछ न कुछ तो करना ही होगा न. आज युवाओं के सामने एक आम समस्या है अपने फील्ड और नॉलेज के एरिया में नौकरी पाना. ऐसा नहीं है कि बाजार में पर्याप्त नौकरियां नहीं हैं बल्कि इसका कारण ये है कि ऐसा उम्मीदवार ढूंढना मुश्किल है जो जॉब प्रोफाइल की जरूरतों को पूरा करता हो. यह स्थिति खासकर उन युवाओं में जुनून की कमी के कारण ह. जबकि पैशन सफलता के लिए एक बहुत जरूरी है, यह हमारे शैक्षणिक मूल्यांकन संरचनाओं में कभी भी मापा जाने वाला मीट्रिक नहीं रहा है. एजुकेशन सिस्टम कभी ऐसा नहीं रहा जो इस तरह से डिजाइन किया हो.

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मन पसंद काम वाली पढ़ाई हो तो कितना अच्छा होगा न

हमारे यूनिवर्सिटी में कोर्सेस टीचरों द्वारा सुविधा और कार्यभार के आधार पर तैयार किया जाता है, जिसका नतीजा ये होता है कि छात्रों को वह सीखने के लिए मजबूर किया जाता है जो वे सीखना नहीं चाहते हैं, और इसलिए वे अपने नॉलेज के क्षेत्र में जॉब प्रोफाइल के लिए जरूरी स्किल हासिल नहीं कर पाते हैं या उस पर फोकस नहीं कर पाते. ऐसे में अगर स्टूडेंट्स को उनकी मन पसंद पढ़ाई और काम दोनों मिल जाए तो काम का आउटपुट भी अच्छा आएगा.

पैशनप्रेन्योरशिप

यह शैक्षणिक और उद्योग इकोसिस्टम को प्रभावित कर रहा है और युवाओं में शैक्षणिक जीवन के दौरान पैशन को मापने और बढ़ावा देने के लिए मापदंड तय करने की जरूरत है. इन दिनों एक शब्द बड़ा ट्रेंड में जिसे युवाओं से जोड़कर देखा जा रहा है, पैशनप्रेन्योरशिप जो आपके पैशन को आपके काम के साथ जोड़ती है. इससे आप अपने काम से प्यार करने लगते हैं और जब काम से प्यार होगा तो पर्सनली आप बहुत खुश रह पाएंगे. 

एक पंरपरा चलती आ रही है जिसमें एक इंसान को पैसे कमाने के लिए काम करना होता है, भले ही वह इस काम को करना चाहता हो या न चाहता हो, लेकिन वक्त के साथ इसमें बदलाव किया गया और इसमें ये देखा गया कि हर काम हर कोई नहीं कर सकता उसे उसके मन पसंद काम करने में ज्यादा मजा आता है. इससे व्यक्ति अंदर से संतुष्ट होता है. शिक्षा में अगर पैशनप्रेन्योरशिप को जोड़ना एक अच्छी पहल हो सकती है. 

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