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केंद्रीय शिक्षा मंत्री निशंक ने लॉन्च किया 15वां अटल फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम

ऑल इंडिया कॉउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (AICTE) के अनुसार अकादमी ने वर्ष 2019-20 में 185 ऑफलाइन एफडीपी और वर्ष 2020-21 में 948 ऑनलाइन एफडीपी आयोजित किए हैं. पूरे देश में 1 लाख से अधिक संकाय सदस्यों को इस प्रोग्राम के लिए प्रशिक्षित किया गया है.

Updated on: 17 May 2021, 06:18 PM

highlights

  • केंद्रीय शिक्षामंत्री ने 15वें एफडीपी कैलेंडर को लॉन्च किया
  • शिक्षामंत्री निशंक ने खुद ट्वीट करके दी जानकारी

नई दिल्ली:

केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने एआईसीटीई द्वारा आज 17 मई को आयोजित अटल फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) कैलेंडर (ATAL faculty development programme (FDP) calendar) को लॉन्च किया. निशंक ने कार्यक्रम का लिंक अपने ट्विटर अकाउंट से भी टवीट किया. शिक्षा मंत्री पोखिरयाल ने इससे पहले ट्वीट करके कहा था कि 17 मई 2021 को दोपहर 3:30 बजे 15वें अटल ऑनलाइन संकाय विकास कार्यक्रम 2021-22 उद्घाटन में भाग लिया. इसके अलावा आज ही के दिन सभी राज्यों के शिक्षा सचिवों के साथ वर्चुअल मीटिंग भी आयोजित हुई. इस मीटिंग में कोरोना के चलते प्रभावित हुई शिक्षा व्यवस्था पर चर्चा की गई. 

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ऑल इंडिया कॉउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (AICTE) के अनुसार अकादमी ने वर्ष 2019-20 में 185 ऑफलाइन एफडीपी और वर्ष 2020-21 में 948 ऑनलाइन एफडीपी आयोजित किए हैं. पूरे देश में 1 लाख से अधिक संकाय सदस्यों को इस प्रोग्राम के लिए प्रशिक्षित किया गया है. कोविड-19 के मद्देनजर इस साल 971 कार्यक्रमों को ऑनलाइन संचालित करने की योजना बनाई है. परिषद के मुताबिक एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रोफेसर अनिल सहस्रबुद्धे, उपाध्यक्ष, सदस्य सचिव और अटल अकादमी के निदेशक डॉ आरके सोनी भी इस प्रोग्राम में उपस्थित हुए.

इससे पहले शिक्षामंत्री की ओर से किए ट्वीट में कहा गया था कि वो आज 17 मई 2021 को दोपहर 3:30 बजे 15वें अटल ऑनलाइन संकाय विकास कार्यक्रम 2021-22के शुभारंभ और उद्घाटन में भाग लेंगे. वहीं एक अन्य कार्यक्रम के दौरान शिक्षा मंत्री सभी राज्यों के शिक्षा सचिवों के साथ वर्चुअल मीटिंग भी करेंगे. इस मीटिंग में कोरोना की वजह से प्रभावित हुए शिक्षा व्यवस्था पर चर्चा करेंगे.

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वहीं शिक्षा सचिवों के साथ हुई बैठक में केंद्रीय शिक्षामंत्री ने कहा कि भारत में COVID-19 महामारी के कारण विश्वविद्यालयों, कॉलेजों, स्कूलों और कोचिंग कक्षाओं सहित शिक्षा संस्थान बंद कर दिए गए हैं. जब कुछ संस्थानों ने धीरे-धीरे फिर से खोलना शुरू कर दिया था, तो COVID-19 महामारी की दूसरी लहर ने भारत को प्रभावित किया था, जिससे प्रतिबंधों का विस्तार हुआ.

अब, अधिकांश विश्वविद्यालयों के लिए अंतिम परीक्षाएं ऑनलाइन आयोजित की जा रही हैं, जबकि मध्यवर्ती वर्षों में छात्रों को अंतिम परीक्षा के बिना पदोन्नत किया जा रहा है. स्कूली छात्रों के लिए, जबकि अधिकांश राज्यों में कक्षा 1 से 9 तक बिना परीक्षा के पदोन्नत किया गया है, कक्षा 10 की परीक्षा रद्द कर दी गई है और छात्रों को आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर पदोन्नत किया जाएगा. कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा स्थगित कर दी गई है और अंतिम निर्णय जून में होने की उम्मीद है.