दिल्ली विश्वविद्यालय में बढ़ें रिसर्च के अवसर, 1700 छात्रों को मिलेगा मौका
दिल्ली विश्वविद्यालय ने अंतराष्ट्रीय स्तर के शोध एवं अनुसंधान से जुड़े पाठ्यक्रमों की एमफिल की 649 सीट और पीएचडी की 1072 सीटें छात्रों के लिए उपलब्ध कराई हैं.
नई दिल्ली:
दिल्ली विश्वविद्यालय ने अंतराष्ट्रीय स्तर के शोध एवं अनुसंधान से जुड़े पाठ्यक्रमों की एमफिल की 649 सीट और पीएचडी की 1072 सीटें छात्रों के लिए उपलब्ध कराई हैं. इस वर्ष कोरोना महामारी के बावजूद शोध एवं अनुसंधान करने वाले छात्रों के लिए सीटें बढ़ाई गई हैं. सीटों में यह इजाफा ईडब्ल्यूएस आरक्षण के कारण हुआ है. सभी वर्गो के शोधार्थियों की सीटें बढ़ी हैं, लेकिन शोधार्थियों की संख्या के आधार पर कुछ विभागों में शिक्षकों की स्थायी नियुक्ति नहीं हुई है.
आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को केंद्र सरकार की आरक्षण नीति का लाभ मिलेगा. फोरम ऑफ एकेडेमिक्स फॉर सोशल जस्टिस (दिल्ली विश्वविद्यालय) के चेयरमैन और डीयू की एकेडेमिक काउंसिल के पूर्व सदस्य प्रोफेसर हंसराज सुमन ने कहा, "एमफिल और पीएचडी के एडमिशन में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति, ओबीसी, पीडब्ल्यूडी और ईडब्ल्यूएस के उम्मीदवारों को केंद्र सरकार की आरक्षण नीति के तहत आरक्षण दिया जाएगा."
साथ ही इस श्रेणी के उम्मीदवारों को एमफिल व पीएचडी के एडमिशन में अप्लाई करने के लिए स्नातकोत्तर (मास्टर्स डिग्री) में कम से कम 55 प्रतिशत स्कोर योग्यता है. आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए 5 फीसदी अंकों की छूट दी गई है.
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा ली गई एमफिल एवं पीएचडी में एडमिशन लेने के लिए लिखित परीक्षा का परीक्षा परिणाम 20 नवम्बर 2020 को घोषित किया गया था. इसके अलावा जो छात्र नेट और जेआरएफ से हैं उनकी लिस्ट विभाग अलग से जारी करेगा.
जिन स्टूडेंट्स ने एमफिल डिजरटेशन या वाइवा अभी नहीं हुआ है. वे स्टूडेंट्स भी पीएचडी प्रोग्राम के लिए अप्लाई कर सकते हैं. पीएचडी करने के बाद उम्मीदवार अपना कैरियर, सहायक प्रोफेसर के रूप में चुन सकेंगे. इसके अलावा उच्च शिक्षा में बहुत से अवसर उपलब्ध हैं.
डीयू की एकेडेमिक काउंसिल के पूर्व सदस्य प्रोफेसर हंसराज सुमन ने कहा, "अगले वर्ष जनवरी में डिपार्टमेंट रिसर्च कमेटी की मीटिंग होगी. बोर्ड ऑफ रिसर्च स्टरडीज की मीटिंग में नाम जाने के बाद शोधार्थियों का परिणाम, रजिस्ट्रेशन और फीस जमा करने के लिए 4 फरवरी से 8 फरवरी तक का समय छात्रों को दिया जाएगा.
दिल्ली विश्वविद्यालय के जो विभाग केवल पीएचडी प्रोग्राम कराते हैं, उन्होंने भी अपनी तिथि घोषित कर दी है. पीएचडी कराने वाले विभागों में पीएचडी की प्रक्रिया 14 दिसंबर 2020 से 25 जनवरी 2021 तक होगी. इन विभागों में पीएचडी इंटरव्यू 14 दिसम्बर से 5 जनवरी 2021 तक होंगे. इसके साथ डिपार्टमेंट ऑफ रिसर्च कमेटी की मीटिंग 8 जनवरी 2021 को होगी. जिन छात्रों ने इंटरव्यू पास कर लिया है, उनके नाम 19 जनवरी 2021 को बोर्ड ऑफ रिसर्च स्टरडीज में जाएंगे. 21 जनवरी 2021 को उन शोधार्थियों के परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे. जिन शोधार्थियों के नाम पीएचडी लिस्ट में आ गए हैं, वे 21 जनवरी से 25 जनवरी 2021 तक अपनी फीस जमा करा सकते हैं.
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