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दिल्ली विश्वविद्यालय में स्थाई शिक्षकों की नियुक्ति की मांग, एडहॉक शिक्षा से मिलेगा छुटकारा

दिल्ली विश्वविद्यालय से जुड़े विभागों और 12 कॉलजों बीते चार माह में करीब 460 स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति हो गई है.

Updated on: 20 Nov 2022, 06:43 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली विश्वविद्यालय से जुड़े विभागों और 12 कॉलजों बीते चार माह में करीब 460 स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति हो गई है. अब अन्य कॉलेजों में भी यही प्रक्रिया शुरू होने वाली है. स्थाई शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर स्क्रीनिंग और स्क्रूटनी की प्रक्रिया चलाई जा रही है. इस मामले में शिक्षक संगठनों का कहना है कि कई कॉलेजों ने अपना रोस्टर पास करा लिया है. मगर अभी तक स्थानी शिक्षकों की भर्ती को लेकर विज्ञापन नहीं निकाला है. संगठनों ने जल्द से जल्द विज्ञापन निकालकर स्क्रीनिंग और स्क्रूटनी कराकर अस्थाई शिक्षकों  की स्थायी नियुक्ति की मांग की है. 

संगठनों का मानना है कि इससे दिल्ली विश्वविद्यालय को एडहॉक टीचिंग से मुक्ति मिल सकेगी. इससे शिक्षा की गुणवक्ता बढ़ेगी और शोध कार्यों को गुणवक्ता प्राप्त होगी. शिक्षक संगठन फोरम ऑफ एकेडेमिक्स फॉर सोशल जस्टिस ने एक बैठक में कहा कि डीयू में काफी वक्त के बाद स्थायी नियुक्ति की प्रक्रिया आरंभ हुई है. इसे जारी रखने को कहा गया है. दिल्ली विश्वविद्यालय के 12 कॉलेजों में 1176 पदों में से स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति से अलग 100 शिक्षक डिस्प्लेसमेंट हुए हैं.

जिन कॉलेजों में नियुक्ति बाकी है, उसमें देशबंधु कॉलेज, स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज, हंसराज कॉलेज, दयालसिंह कॉलेज, रामजस कॉलेज, किरोड़ीमल कॉलेज, दयालसिंह कॉलेज (सांध्य), दिल्ली कॉलेज आर्ट्स एंड कॉमर्स, दौलतराम कॉलेज, लक्ष्मीबाई कॉलेज आदि हैं.