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भारत में विदेशी छात्रों की शिक्षा को लेकर कॉन्क्लेव का आयोजन, 20 देशों ने लिया हिस्सा

अपने उद्घाटन भाषण में MoS ने शिक्षा क्षेत्र में देशों के बीच सहयोग को मजबूत करने के लिए भारत सरकार के 'स्टडी इन इंडिया' कार्यक्रम के तहत अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए उपलब्ध अवसरों पर जोर दिया.

Updated on: 26 Feb 2022, 01:41 PM

highlights

  • दिल्ली में 'स्टडी इन इंडिया' डिप्लोमैटिक कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया
  • एडसिल ने भारत में विदेशी छात्रों को शिक्षा के अवसर प्रदान करने के लिए कार्यक्रम आयोजित की
  • 'स्टडी इन इंडिया' कार्यक्रम के तहत अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए उपलब्ध अवसरों पर जोर दिया गया

नई दिल्ली:

Study in India Conclave in Delhi : आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में भारत की आजादी के 75 साल के उत्सव के रूप में एडसिल ने भारत में विदेशी छात्रों को शिक्षा के अवसर प्रदान करने को लेकर एक कॉन्कलेव का आयोजन किया. 'स्टडी इन इंडिया' डिप्लोमैटिक कॉन्क्लेव के नाम से आयोजित इस कार्यक्रम में भारत के शिक्षा क्षेत्र विशेष रूप से नीतियों और योजनाओं को लेकर विचार-विमर्श किया गया. यह कार्यक्रम 24 फरवरी, 2022 को सुषमा स्वराज भवन, नई दिल्ली में आयोजित किया गया था, जिसमें दुनिया के 20 देशों के राजनयिकों ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम में बांग्लादेश, भूटान, कंबोडिया, मिस्र, इथियोपिया, घाना, इराक, माली, मॉरीशस, मोरक्को, ओमान, फिलीपींस, रवांडा, सऊदी अरब, श्रीलंका, सूडान, ट्यूनीशिया, यमन, जाम्बिया और ज़िम्बाब्वे के राजनयिकों ने हिस्सा लिया. केंद्रीय विदेश और शिक्षा राज्य मंत्री राजकुमार रंजन सिंह ने सौरभ कुमार- सचिव (पूर्व), अनिल कुमार राय- संयुक्त सचिव (समन्वय और संसद) और एडसिल (भारत) के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता की.

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अपने उद्घाटन भाषण में MoS ने शिक्षा क्षेत्र में देशों के बीच सहयोग को मजबूत करने के लिए भारत सरकार के 'स्टडी इन इंडिया' कार्यक्रम के तहत अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए उपलब्ध अवसरों पर जोर दिया. 'स्टडी इन इंडिया डिप्लोमैटिक कॉन्क्लेव' का उद्देश्य विदेशी गणमान्य व्यक्तियों के माध्यम से विविध शिक्षा प्रणालियों के बीच बातचीत के माध्यम से सर्वोत्तम शैक्षणिक और अनुसंधान प्रथाओं के साझाकरण को बढ़ावा देना था, जिन्होंने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनाई जाने वाली उच्च शिक्षा प्रणालियों को समझने में मदद की. विदेशी गणमान्य व्यक्तियों ने अपने-अपने देश की शिक्षा प्रणाली और भारतीय शिक्षा प्रणाली पर अपने विचार, हमारे शिक्षण की क्षमता और भारतीय शिक्षाविदों के साथ बातचीत के दौरान उनके द्वारा अनुभव की गई अन्य विशिष्ट विशेषताओं के बारे में अपने विचार साझा किए.

स्टडी इन इंडिया' में प्रवेश की प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन

उन्होंने अपने-अपने देशों के छात्रों द्वारा सामना की जाने वाली अपनी अपेक्षाओं और चुनौतियों को भी साझा किया. इस कार्यक्रम ने एनआईआरएफ शीर्ष 100 रैंकिंग और एनएएसी मान्यता स्कोर (4 में से 3.26 या उससे अधिक) के आधार पर चुने गए आईआईएम, आईआईटी, एनआईटी, निजी और सरकारी संस्थानों जैसे 100 से अधिक प्रमुख भारतीय संस्थानों के साथ भागीदारी की है. ये संस्थान एसआईआई पोर्टल (www.studyinindia.gov.in) के माध्यम से यूजी, पीजी, पीएचडी और आला क्षेत्रों के पाठ्यक्रमों के साथ उज्ज्वल अंतरराष्ट्रीय छात्रों को 100 प्रतिशत तक आकर्षक ट्यूशन फीस छूट की पेशकश कर रहे हैं. 'स्टडी इन इंडिया' में प्रवेश की प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है जहां एक छात्र को वेबसाइट (www.studyinindia.gov.in) पर जाना होगा और पंजीकरण कराना होगा. साइट पर जाने से पहले लॉगिन करना है और छात्रों को सभी जरूरी जानकारी भरना है और शीर्ष संस्थान में शुल्क छूट के साथ पाठ्यक्रम चुनना है. इसके बाद आवेदन जमा करने की प्रक्रिया अपनाना होगा. मॉक और फाइनल काउंसलिंग राउंड के बाद आपके चुने हुए कॉलेज आपको आवंटन पत्र के साथ वापस कर देंगे. यह पूरी प्रक्रिया नि:शुल्क है.