logo-image

सिर्फ प्रोटेस्ट ही नहीं करते हैं जेएनयू के छात्र, इस परीक्षा में यूनिवर्सिटी के छात्रों ने लहराया परचम

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रों ने अपने काम से ये साबित कर दिया है कि वो जेएनयू के छात्र हैं और पूरे देश को इस विश्वविद्यालय और उनके छात्रों पर गर्व है.

Updated on: 14 Jan 2020, 11:57 AM

highlights

  • JNU में Citizenship Amendment Act-CAA नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर गतिरोध जारी है.
  • जिससे इस कॉलेज का नाम काफी खराब हुआ है. 
  • इस यूनिवर्सिटी के छात्रों ने अपने काम से ये साबित कर दिया है कि वो जेएनयू के छात्र हैं और पूरे देश को इस विश्वविद्यालय और उनके छात्रों पर गर्व है.

नई दिल्ली:

जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (Jawaharlal Nehru University-JNU) में Citizenship Amendment Act-CAA नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर गतिरोध जारी है जिससे इस कॉलेज का नाम काफी खराब हुआ है. लेकिन इस यूनिवर्सिटी के छात्रों ने अपने काम से ये साबित कर दिया है कि वो जेएनयू के छात्र हैं और पूरे देश को इस विश्वविद्यालय और उनके छात्रों पर गर्व है. दरअसल जवाहर लाल नेहरू के छात्रों का जलवा इस बार के भारतीय आर्थिक सेवा या आईईएस परीक्षा में देखने को मिल रहा है. जानकारी के अनुसार, इस परीक्षा में कुल 32 परीक्षार्थी सफल रहे हैं जबकि इनमें से 18 अभ्यर्थी जेएनयू से हैं. जानकारी के लिए बता दें कि इसमें वर्तमान और पूर्व दोनों ही छात्र शामिल हैं. 

इस परीक्षा में पहला रैंक हासिल करने वाली अंशुमान कामिला जेएनयू के पूर्व छात्र रह चुके हैं, जबकि 8वीं रैंक हासिल करने वाली यशस्विनी सारस्वत, 18वीं रैंक हासिल करने वाली अर्चना कुमारी छाया सिंह जेएनयू की छात्रा हैं. परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद सोमवार को यशस्विनी सारस्वत ने कुलपति से भी मुलाकात की.

यह भी पढ़ें: उज्जैन पुलिस की सटोरियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई, 40 लोग हुए गिरफ्तार

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में महीनों से जारी गतिरोध के बीच वहां के छात्रों ने एक बार फिर खुद को साबित किया है। जिसके तहत भारतीय आर्थिक सेवा (आईईएस) परीक्षा में छात्रों का जलवा रहा है।
जानकारी के अनुसार 32 सफल अभ्यर्थियों में से 18 अभ्यर्थी जेएनयू से संबंधित हैं। इनमें वर्तमान और पूर्व दोनों छात्र शामिल हैं।
पहली रैंक पाने वाले अंशुमान पूर्वछात्र : इसमें पहली रैंक हासिल करने वाले अंशुमान कामिला जेएनयू के पूर्व छात्र रहे हैं, जबकि 8वीं रैंक हासिल करने वाली यशस्विनी सारस्वत, 18वीं रैंक हासिल करने वाली अर्चना कुमारी, छाया सिंह जेएनयू की छात्रा है। परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद सोमवार को यशस्विनी सारस्वत ने कुलपति से मुलाकात की है।

यह भी पढ़ें: जल्द खुल सकता है कालिंदी कुंज-नोएडा रोड, हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस पर छोड़ा फैसला

भारतीय आर्थिक सेवा (आईईएस) परीक्षा में 18वीं रैंक पाने वाली अर्चना कुमारी का कहना है कि जेएनयू का अकादमिक माहौल उनकी सफलता के लिए बेहद मददगार रहा है। उनके परिवार में कोई भी सिविल सर्विसेज में नहीं है. उन्हें जेएनयू में पढ़ाई के दौरान ही इसमें जाने का ख्याल आया. अब जब सफल हो गई तो वह सरकारी नीतियों से बेरोजगारी दूर करने के लिए काम करना चाहेंगी। बिहार के नवादा जिला स्थित पररिया गांव की निवासी अर्चना बताती है कि उनके पिता मिडिल स्कूल में हेडमास्टर हैं.